बागेश्वर: जिला पंचायत के 9 सदस्य जिला पंचायत में बजट की अनियमितताओं को लेकर पिछले 9 दिनों से धरने पर बैठे हैं. मंगलवार को जिला पंचायत उपाध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत की नियोजन समिति का कार्यकाल पूरा होने के बाद भी बजट पास करने पर सवाल खड़े किए हैं. इस दौरान जिला पंचायत सदस्यों ने कहा कि कायदे-कानूनों को दरकिनार कर जिला पंचायत को संचालित किया जा रहा है. उन्होंने कहा की जब तक उनकी मांगों पर गौर नहीं होता उनका धरना जारी रहेगा.
दरअसल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सहित 8 जिला पंचायत सदस्य पिछले 9 दिनों से धरना दे रहे हैं. ये धरना जिला पंचायत बागेश्वर में बजट की अनियमितताओं और नियुक्तियों में हुई धांधली को लेकर दिया जा रहा है. जिला पंचायत सदस्यों ने नियोजन समिति का कार्यकाल पूरा होने के बाद भी नई समिति का गठन नहीं करने को लेकर जिलाधिकारी को पत्र सौंपा है.
पढ़ें-जिला पंचायत सदस्यों ने योग करते हुए किया धरना प्रदर्शन, दी ये चेतावनी
जिला पंचायत सदस्य गोपा धपोला ने बताया कि 7 जनवरी 2020 को नियोजन और अन्य समितियों का गठन किया गया था. समितियों का कार्यकाल छह जनवरी 2021 को समाप्त हो गया है. सदन में समितियों के गठन का मामला बार-बार उठाने के बाद भी समितियों का गठन नहीं किया जा रहा है. 7 अप्रैल 2021 को जिला पंचायत अध्यक्ष और अपर मुख्य अधिकारी ने नियम के विरुद्ध नियोजन समिति की वर्चुअल बैठक बुलाकर पंचायतीराज नियमों के विरुद्ध 55 प्रतिशत धनराशि विवेकाधीन कोष के नाम पर रख ली.
पढ़ें-योजनाओं की नहीं दी जा रही जानकारी, जिला पंचायत सदस्यों ने जताया एतराज
उन्होंने कहा कि 15 जून तक 15वें वित्त की कार्ययोजना देने का समय था लेकिन सदस्यों से कार्ययोजना मांगे बिना ही मनमाने ढंग से सदस्यों की कार्य योजना चढ़ा दी गई. जानकारी मांगने पर सूचना नहीं दी जा रही है. सदस्यों ने कार्रवाई नहीं होने पर जिलाधिकारी से मांगों पर गौर करने की अपील की है. वहीं जिला पंचायत अपर मुख्य अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि पिछले साल पांच महीने कोरोना में चले गए हैं. जिला पंचायत की अगली बैठक में नियोजन समिति का पुनर्गठन किया जाएगा.