बागेश्वर: वसूली के खौफ के चलते अपात्र खुद ही अपना राशन कार्ड निरस्त कराने लगे हैं. बागेश्वर में राशन कार्ड के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सरकार की ओर से शुरू की गई पहल का असर दिखने लगा है. जिला पूर्ति कार्यालय में अभी तक 24 लोगों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर कर दिया है.
जिले के सरकारी सस्ता गल्ला की दुकानों में करीब 63000 उपभोक्ता पंजीकृत हैं. जिनमें से करीब 37000 उपभोक्ता अंत्योदय और प्राथमिक परिवार के राशन कार्ड धारी हैं. पात्र लोगों को ही सरकारी राशन मिले इसके लिए विभाग राशन कार्ड की जांच कर रहा है. विभाग ने अलग-अलग वर्ग के राशन कार्ड धारकों के लिए योग्यता तय की है. जिसके अनुसार ₹500000 सालाना से अधिक आय वाले राशन कार्ड नहीं बना सकते हैं.
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1.80 लाख रुपए से कमाई वाले प्राथमिक परिवार के राशन कार्ड का उपयोग कर सकता है. ₹4000 कम मासिक आय अकेली महिला दिव्यांग विधवा ही अंत्योदय कार्ड धारक के पात्र हो सकते हैं. इन मानकों पर खरे नहीं उतरने वालों से राशन कार्ड जमा करवाने या बदलवाने की अपील की जा रही है.
विभाग की अपील और चेतावनी के बाद जिला पूर्ति कार्यालय में राशन कार्ड जमा करवाने को बदलवाने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. विभागीय जानकारी के अनुसार अब तक 16 प्राथमिक परिवार पांच अंत्योदय और तीन एपीएल राशन कार्ड जमा कराए जा चुके हैं.