अल्मोड़ा: जिला मुख्यालय से लगे 12 गांवों के लोगों ने विकास भवन से बेस अस्पताल तक खस्ताहाल मोटर मार्ग को दुरुस्त करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. बारिश के बावजूद ग्रामीणों ने गर-गूंठ गांव के पास प्रदर्शन कर विरोध जताया. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वो अधिकारियों का घेराव करेंगे.
सूचना देने पर भी नहीं हुई कोई कार्रवाई: विकास भवन अल्मोड़ा से मेडिकल कॉलेज व बेस अस्पताल को जोड़ने वाला यह मार्ग महत्वपूर्ण है. ग्रामीणों ने कहा कि सड़क पर बनाए गए कलमठ टूटे हुए हैं. हल्की वर्षा होने पर पूरा क्षेत्र मुख्य धारा से कट जाता है. सूचना देने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है. सड़क मार्ग से जुडे़ 12 गांवों के ग्रामीणों ने अपनी परेशानी बयां करते हुए आरपार की लड़ाई लड़ने की बात कही. प्रदर्शन में गर-गूठ, भनार, रैखौली, रैलापाली, पहल, तलाड, बाड़ी, सैनार के ग्रामीणों ने हिस्सा लिया.
सड़क निर्माण संघर्ष समिति का गठन: प्रदर्शन के बाद शीला देवी की अध्यक्षता में बैठक की गई. जिसमें सर्वसम्मति से ग्रामीणों ने सड़क निर्माण संघर्ष समिति का गठन कर समिति का अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरोला, उपाध्यक्ष गर गूंठ के ग्राम प्रधान महेश कुमार व सचिव पूर्व प्रशासनिक अधिकारी प्रकाश चंद्र को बनाया गया. बैठक में वक्ताओं ने कहा कि साल 2012 से यह मोटर मार्ग सोलिंग, डामरीकरण का इंतजार कर रहा है. मार्ग नवीन कलेक्ट्रेट, मेडिकल कॉलेज व बेस अस्पताल से जुड़ा है. वहीं क्षेत्र के 12 से अधिक गांवों से होकर जाता है.
यह भी पढ़ें: सितारगंज में धान खरीद में गड़बड़ी की आशंका, कहीं उगाई नहीं फिर भी बेच डाली!
किया जाएगा आंदोलन: बैठक में तय किया गया कि आर्थिक-सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण इस मोटर मार्ग का नवीनीकरण, सोलिंग, डामरीकरण व कलमठ का निर्माण बरसात से पहले नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन करेंगे. इस दौरान अधिकारियों का घेराव व आमरण अनशन किया जाएगा. संघर्ष समिति के अध्यक्ष विनय किरौला ने इस संबंध में जिलाधिकारी से मिलने की बात कही.