अल्मोड़ा: मेडिकल कॉलेज में स्थानीय लोगों को नौकरी पर रखने की मांग लोग लंबे समय से कर रहे हैं. जिसको लेकर लोगों ने विरोध-प्रदर्शन भी किया. ग्रामीणों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में बाहरी लोगों को नियुक्त किया जा रहा है, जबकि स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देनी चाहिए.
ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में बेस हॉस्पिटल के बनने पर ग्रामीणों की 400 नाली जमीन ली गई थी. जबकि, बेस अस्पताल को अब अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में मर्ज कर दिया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज खत्याड़ी गांव की भूमि पर बना है. ऐसे में अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में हो रही नियुक्तियों पर पहला हक गांव के ग्रामीणों का होना चाहिए.
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ग्रामीणों का कहना है कि अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में बाहरी लोगों को नियुक्त किया जा रहा है. ग्रामीण हरीश कनवाल का कहना है स्थानीय ग्रामीणों द्वारा जमीन देने के बावजूद भी उन्हें यहां रोजगार नहीं दिया जा रहा है. मेडिकल कॉलेज में हुई भर्ती में मनमाने तरीके से बाहरी लोगों को रखा गया है. जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है.