सोमेश्वरः उत्तराखंड में वन्यजीवों की तस्करी पर लगाम लगाना चुनौती बन गया है. आए दिन कहीं न कहीं से तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं. ताजा मामला सोमेश्वर से सामने आया है. जहां पुलिस की टीम ने एक तस्कर को गुलदार की खाल के साथ दबोचा है. आरोपी ने गुलदार को बेरहमी से मौत के घात उतारा था, फिर उसकी अंगों को बेचने के लिए निकला था, लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
बेरहमी से गुलदार को माराः जानकारी के मुताबिक, गुलदार ने पहले किसी जानवर का शिकार किया था. तस्कर को पता था कि गुलदार मांस खाने दोबारा आएगा. ऐसे में तस्कर ने गुलदार को मारने के लिए मांस में जहर मिला दिया. जहरीला मांस खाने से गुलदार की मौत हो गई. जिसके बाद आरोपी ने उसकी खाल, दांत और नाखून निकाले. फिर उसे बेचने के लिए हल्द्वानी की ओर निकल गया, लेकिन एसओजी और सोमेश्वर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
अल्मोड़ा एसएसपी रचिता जुयाल ने बताया कि पुलिस मादक पदार्थ और वन्यजीवों के अंगों की तस्करी करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में सीओ ऑपरेशन ओशिन जोशी के पर्यवेक्षण में एसओजी प्रभारी सुनील धानिक, प्रभारी सौरभ भारती और सोमेश्वर थानाध्यक्ष विजय नेगी के नेतृत्व में टीम ने चेकिंग अभियान चलाया. तभी कोसी मार्ग पर दौलाघट पुल के पास एक तस्कर के कब्जे से खाल बरामद हुआ.
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सोमेश्वर वन क्षेत्राधिकारी मनोज लोहनी, अल्मोड़ा रेंज वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्य और वन रक्षक हरेंद्र सिंह सतवाल ने बरामद खाल को गुलदार का बताया. बरामद खाल की लंबाई 160 सेंटीमीटर और चौड़ाई 58 सेंटीमीटर थी. इसके अलावा आरोपी के पास गुलदार के दांत और नाखून भी बरामद हुए. आरोपी का नाम नंद किशोर पुत्र प्रेम राम (उम्र 28 वर्ष) है. जो बागेश्वर के अमरकोट के फलयाटी गांव का रहने वाला है.
वहीं, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके गांव में गुलदार काफी होते हैं. इस गुलदार को मारने के लिए उसने मांस में जहर मिला था. जिसे खाने के बाद गुलदार मर गया. इसके बाद उसने खाल आदि निकाले फिर ऊंचे दाम में बेचने के लिए हल्द्वानी की ओर निकल गया.