सोमेश्वर: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की घोषणा के बावजूद भी सोमेश्वर विधानसभा की कांटली सड़क की हालत सुधरने का नाम नहीं ले रही है. डेढ़ साल पहले सोमेश्वर विधानसभा की एक जनसभा में सीएम ने कांटली सड़क की बदहाली को देखते हुए इसके सुदृढ़ीकरण की घोषणा की थी. वहीं खस्ताहाल सड़क की वजह से ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
ऐसी बदहाली उस सड़क की है जिसके डामरीकरण और मरम्मत का कार्य कराने की घोषणा स्वंय मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कांटली की जनसभा में वर्ष 2018 के हरेला पर्व पर की थी. तब सीएम कोसी नदी पुनर्जनन योजना के तहत पौधरोपण करने इसी बदहाल सड़क से कोसी के उद्गम गांव कांटली पहुंचे थे. घोषणा के डेढ़ वर्ष बाद सड़क के हालात तो नहीं सुधरे लेकिन सड़क बद से बदतर जरूर हो गई है. वहीं सड़क की बदहाली को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है.
सोमेश्वर विधानसभा क्षेत्र और अल्मोड़ा जिले के सीमान्त गांवों, रुद्रधारी महादेव और पिनाथेश्वर महादेव जैसे धार्मिक पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली कांटली सड़क बदतर हो चुकी है. पच्चीसी-कांटली सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे ग्रामीणों और पर्यटकों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. सड़क के अधिकांश कलमठों के बन्द पड़े होने के कारण बरसाती पानी से किसानों के खेतों में फसल को भी नुकसान हो रहा है.
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इसके अलावा जल निकासी की नालियां नेस्तनाबूद होने से सड़क में इकट्ठा पानी कीचड़ राहगीरों और स्कूली बच्चों के ऊपर गिरता रहता है. सड़क के किनारे बने अनेक पैराफिट भी लंबे समय से क्षतिग्रस्त पड़े हैं. जिस कारण अब तक अनेक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं.
इस सड़क से कफाड़ी, रौल्याणा गूंठ, मठ, कांटली, प्रसिद्ध पर्यटक और धार्मिक स्थल रुद्रधारी और पिनाथेश्वर महादेव के लिए ग्रामीणों और देश विदेश के पर्यटकों की आवाजाही होती है.
वन पंचायत सरपंच संगठन अध्यक्ष कैलाश जोशी समेत ग्रामीणों ने लोनिवि और जिला प्रशासन से पर्यटन रूट की इस सड़क को अतिशीघ्र दुरुस्त करने की मांग की है.