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अल्मोड़ा: बारिश के कारण आधा दर्जन सड़कें बंद, 4 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त

लगातार हो रही बारिश ने प्रदेश के कई जिलों में भारी तबाही मचाई है. अल्मोड़ा में भूस्खलन के चलते कई रास्ते बाधित हो गये हैं, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : Aug 20, 2019, 12:46 PM IST

बारिश के कारण आधा दर्जन सड़कें बंद

अल्मोड़ा: प्रदेश में कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने उत्तरकाशी और टिहरी जिले को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिसके बाद यहां की जिंदगी पटरी से उतर गई है. हजारों लोग बेघर हो गये हैं. लगातार हुई बारिश से अल्मोड़ा जिले में भी काफी नुकसान हुआ है. मलबा आने से करीब आधा दर्जन सड़कें अभी भी बंद हैं. तो वहीं मंगलवार सुबह मौसम में थोड़ा सुधार आया है.

बारिश के कारण आधा दर्जन सड़कें बंद

बारिश के कारण अल्मोड़ा-पनार नेशनल हाइवे पर मकड़ाऊ के पास भारी भूस्खलन हुई है. जिस वजह से कई मीटर मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. वहीं, बड़े-बड़े बोल्डरों और मलबे के कारण मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है.

इसके साथ ही 6 ग्रामीण मोटर मार्ग भी मलबा आने से अवरुद्ध हुए हैं. जिनमें हरड़ा-नागचूलाखाल, काठ की नाव-अजोली तल्ली, सौंधार-पनुवाद्योखन, गजार- कुवांली, बाराकोट- खुरेरी, चकरगांव-घुघती और बौड मल्ला मार्ग शामिल हैं. जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार बंद हुए मार्गो को जेसीबी द्वारा खोलने का काम किया जा रहा है. जिले में 64 स्थानों पर जेसीबी तैनात की गई है.

वहीं, रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे से बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाले भुजान बेतालघाट मोटर मार्ग पर भारी भूस्खलन हुआ है. भूस्खलन की चपेट में आए लोनिवि कर्मचारी गोपाल दत्त गंभीर रूप से घायल हो गये थे. गंभीर हालात में गोपाल दत्त को हायर सेंटर रेफर किया. जिनकी हल्द्वानी में इलाज के दौरान मौत हो गई.

पढ़ें- दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद खुला मसूरी-यमुनोत्री राजमार्ग, यातायात हुआ सुचारू

जिला आपदा प्रबंधन अशिकारी राकेश जोशी ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण जिले के अलग-अलग ब्लॉकों में चार आवासीय मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जिनमे स्याल्दे ब्लॉक में एक, लमगड़ा ब्लॉक में एक और रानीखेत में दो मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. प्रशासन ने इन भवन स्वामियों को एहतियात के तौर पर अन्य स्थानों पर शिफ्ट होने की सलाह दी गई है. साथ ही संबधित तहसीलदारों को जल्द मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं.

अल्मोड़ा: प्रदेश में कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने उत्तरकाशी और टिहरी जिले को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिसके बाद यहां की जिंदगी पटरी से उतर गई है. हजारों लोग बेघर हो गये हैं. लगातार हुई बारिश से अल्मोड़ा जिले में भी काफी नुकसान हुआ है. मलबा आने से करीब आधा दर्जन सड़कें अभी भी बंद हैं. तो वहीं मंगलवार सुबह मौसम में थोड़ा सुधार आया है.

बारिश के कारण आधा दर्जन सड़कें बंद

बारिश के कारण अल्मोड़ा-पनार नेशनल हाइवे पर मकड़ाऊ के पास भारी भूस्खलन हुई है. जिस वजह से कई मीटर मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. वहीं, बड़े-बड़े बोल्डरों और मलबे के कारण मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है.

इसके साथ ही 6 ग्रामीण मोटर मार्ग भी मलबा आने से अवरुद्ध हुए हैं. जिनमें हरड़ा-नागचूलाखाल, काठ की नाव-अजोली तल्ली, सौंधार-पनुवाद्योखन, गजार- कुवांली, बाराकोट- खुरेरी, चकरगांव-घुघती और बौड मल्ला मार्ग शामिल हैं. जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार बंद हुए मार्गो को जेसीबी द्वारा खोलने का काम किया जा रहा है. जिले में 64 स्थानों पर जेसीबी तैनात की गई है.

वहीं, रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे से बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाले भुजान बेतालघाट मोटर मार्ग पर भारी भूस्खलन हुआ है. भूस्खलन की चपेट में आए लोनिवि कर्मचारी गोपाल दत्त गंभीर रूप से घायल हो गये थे. गंभीर हालात में गोपाल दत्त को हायर सेंटर रेफर किया. जिनकी हल्द्वानी में इलाज के दौरान मौत हो गई.

पढ़ें- दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद खुला मसूरी-यमुनोत्री राजमार्ग, यातायात हुआ सुचारू

जिला आपदा प्रबंधन अशिकारी राकेश जोशी ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण जिले के अलग-अलग ब्लॉकों में चार आवासीय मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जिनमे स्याल्दे ब्लॉक में एक, लमगड़ा ब्लॉक में एक और रानीखेत में दो मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. प्रशासन ने इन भवन स्वामियों को एहतियात के तौर पर अन्य स्थानों पर शिफ्ट होने की सलाह दी गई है. साथ ही संबधित तहसीलदारों को जल्द मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं.

Intro:पिछले दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद हालांकि आज सुबह से मौसम में सुधार सामने आया है लेकिन लगातार हुई बारिश के कारण जिले में काफी नुकसान हुआ है।अल्मोड़ा में मलबा आने से आधा दर्जन के करीब सड़कें अभी भी बंद हैं। बारिश के कारण अल्मोड़ा-पनार नेशनल हाइवे पर मकड़ाऊ के पास भारी भूस्खलन के कारण जहां कई मीटर लंबा मार्ग पूरी तरह नेस्तनाबूत हो गया वहीं बड़े-बड़े बोल्डरों और मलबे के कारण मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। वही 6 ग्रामीण मोटर मार्ग मलबा आने के कारण अवरुद्ध हुए हैं। जिनमे हरड़ा-नागचूलाखाल, काठ की नाव-अजोली तल्ली, सौंधार-पनुवाद्योखन, गजार- कुवांली, बाराकोट- खुरेरी, चकरगांव-घुघती, बौड मल्ला मार्ग शामिल हैं। जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार बंद हुए मार्गो को जेसीबी द्वारा खोलने का कार्य किया जा रहा है। जिले में 64 स्थानों पर जेसीबी तैनात की गई है।
वही रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे से बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाले भुजान बेतालघाट मोटर मार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आए लोनिवि कर्मचारी गोपाल दत्त को गंभीर हालात में हायर सेंटर रेफर किया था। जिसकी हल्द्वानी में इलाज के दौरान मौत हो गई।
Body:जिला आपदा प्रबंधन अशिकारी राकेश जोशी के अनुसार लगातार हो रही बारिश के कारण जिले के अलग अलग ब्लॉकों में चार आवासीय मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिनमे स्याल्दे ब्लॉक में एक, लमगड़ा ब्लॉक में एक और रानीखेत में दो मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्रशासन ने इन भवन स्वामियों को ऐहतियात के तौर पर अन्य स्थानों पर शिफ्ट होने की सलाह दी है और संबधित तहसीलदारों को उनको जल्द मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं।

बाइट राकेश जोशी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारीConclusion:
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