सोमेश्वरः अल्मोड़ा के ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार का आतंक लगातार बढ़ रहा है. ताजा मामला चनौदा क्षेत्र से सामने आया है. जहां शैल गांव में जंगल में घास लेने गई एक महिला पर गुलदार ने हमला कर दिया. जिससे महिला लहूलुहान हो गई. गनीमत रही कि मौके पर अन्य महिलाएं भी मौजूद थीं. जिनके शोर मचाने पर गुलदार भाग गया. वहीं, आनन-फानन में ग्रामीण महिला को अस्पताल ले गए. जहां पर उसका इलाज किया गया.
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की सुबह शैल गांव की महिलाएं पिरूल के लिए बुगाड़ के जंगल में गई थीं. तभी नीमा भाकुनी (उम्र 25 वर्ष) पत्नी राजेंद्र सिंह भाकुनी को गुलदार ने अचानक हमला कर दिया. जिसे देख अन्य महिलाओं के होश उड़ गए. घबराई हुई महिलाओं ने जोर-जोर से शोर मचाना शुरू कर दिया. महिलाओं के शोर मचाने पर गुलदार जंगल की ओर भाग गया. गुलदार के हमले से नीमा के सिर, चेहरे और पीठ पर कई घाव हो गए.
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वहीं, घायल नीमा को अन्य महिलाएं गांव लाए. जहां से ग्रामीणों ने उसे राजकीय अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोमेश्वर पहुंचाया. जहां उसका इलाज किया गया. डॉक्टरों की मानें तो घायल महिला के सिर, चेहरे और पीठ पर गुलदार के नाखून के निशान हैं. फिलहाल, महिला खतरे से बाहर है. जिसे प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया गया है.
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गुलदार के हमले के बाद ग्रामीण काफी दहशत में हैं. महिलाओं का जंगल से चारा पत्ती और जलावन लकड़ी लाना मुश्किल हो गया है. महिलाओं ने बताया कि गुलदार के साथ उसके तीन शावक भी मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि गुलदार कई मवेशियों को अपना निवाला बना चुका है. वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता एवं शिक्षक ललित भाकुनी समेत ग्रामीणों ने घायल महिला को वन विभाग से मुआवजा देने और गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है.