अल्मोड़ा: पेयजल निगम की यांत्रिक शाखा लंबे समय से बजट के अभाव से जूझ रही है. यांत्रिक शाखा को पंपिंग योजनाओं के रख-रखाव व संचालन के लिए लंबे समय से बजट नहीं मिला है. जिसके कारण पेयजल निगम की यांत्रिक शाखा एक बड़े संकट के दौर से गुजर रही है. हालात ये हैं कि पम्पिंग योजनाओं को संचालित करने वाले ऑपरेटरों को पिछले 5 महीने से वेतन नहीं मिल पाया है. अगर जल्द बजट नहीं मिला तो आगे ये पम्पिंग योजनाएं ठप हो सकती है.
पेयजल निगम की यांत्रिक शाखा को पम्पिंग योजनाओं के रखरखाव व उसको संचालित करने के लिए विगत दो वित्तीय वर्षों में न तो जिला योजना और ना ही मुख्यालय या शासन द्वारा कोई बजट दिया गया है. इस कार्यालय से वित्तीय वर्ष 2019—20 हेतु जनपद अल्मोड़ा में विभिन्न पंपिंग योजनाओं के रखरखाव व संचालन कार्य के लिए 280.07 लाख तथा वित्तीय वर्ष 2020—21 के लिए 351.01 लाख के बजट की मांग की गई थी. मगर अभी तक धनराशि का आवंटन नहीं हो पाया है.
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जिसका विपरीत प्रभाव पम्पिंग योजनाओं के रखरखाव पर पड़ रहा है. यहां तक कि ऑपरेटरों को विगत 5 महीने से वेतन का भुगतान तक नहीं किया गया है. जिसके चलते उनके सामने परिवार के पालन-पोषण की समस्या पैदा हो गई है. विभाग के अधिशासी अभियंता योगेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में विभाग के पास रखरखाव के लिए कुल 9 योजनाएं हैं. मगर लंबे समय से इनके संचालन व रखरखाव के लिए कोई बजट नहीं मिल पाया. इसके बावजूद भी यह योजनाएं जन हित में लगातार चलाई जा रही हैं.