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मलबा हटाने की आड़ में ठेकेदार कर रहे अवैध खनन, प्रशासन पर भी लगे गंभीर आरोप

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Published : Aug 6, 2019, 2:14 PM IST

Updated : Aug 6, 2019, 2:48 PM IST

खीड़ा में 2 जून को आई आपदा के दौरान एक व्यक्ति की मलबे में दबने से मौत हो गई थी, जबकि चार मकान पूरी जमींदोज हो गए थे. साथ ही कई घरों में मलबे का ढेर जमा हो गया था. जिसे आज तक हटाया नहीं गया है.

लोगों ने लगाया ठेकेदार पर अवैध खनन का आरोप.

चौखुटिया/अल्मोड़ा: खीड़ा क्षेत्र में गत 2 जून को आई आपदा की आड़ में अवैध खनन का खेल शुरू हो गया है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रभावितों के मकानों से मलबा तो नहीं हटाया जा रहा है, लेकिन ठेकेदार द्वारा समीप बहने वाली बिमोली नदी से धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है. जिससे लोगों में ठेकेदार और प्रशासन के खिलाफ खासा रोष है.

लोगों ने लगाया ठेकेदार पर अवैध खनन का आरोप.

गौर हो कि खीड़ा में 2 जून को आई आपदा के दौरान एक व्यक्ति की मलबे में दबने से मौत हो गई थी जबकि चार मकान पूरी तरह जमींदोज हो गए थे. साथ ही कई घरों में मलबे का ढेर जमा हो गया था. जिसे आज तक हटाया नहीं गया है. जबकि प्रशासन द्वारा ठेकेदारों को मलबा हटाने की जिम्मेदारी दी गई थी परंतु आपदा के 2 माह बीत जाने के बाद भी मुख्य गदेरे से लगे घरों के पास मलबा जस का तस पड़ा हुआ है.

पढ़ें-शिक्षकों की तैनाती की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे छात्र, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित ठेकेदार द्वारा मलवा तो नहीं हटाया जा रहा परंतु मलबा हटाने के बहाने नदी में अवैध खनन कर पत्थर और रेत अवश्य ले जाया जा रहा है. निवर्तमान बीडीसी सदस्य खींम राम का कहना है कि ठेकेदार द्वारा धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ये कार्य बगैर मिलीभगत के संभव नहीं है. इस पर शीघ्र रोक लगाने के साथ ही संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जो लोग कुछ दिनों पहले इसका विरोध कर रहे थे वे अब खामोश हैं.

चौखुटिया/अल्मोड़ा: खीड़ा क्षेत्र में गत 2 जून को आई आपदा की आड़ में अवैध खनन का खेल शुरू हो गया है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रभावितों के मकानों से मलबा तो नहीं हटाया जा रहा है, लेकिन ठेकेदार द्वारा समीप बहने वाली बिमोली नदी से धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है. जिससे लोगों में ठेकेदार और प्रशासन के खिलाफ खासा रोष है.

लोगों ने लगाया ठेकेदार पर अवैध खनन का आरोप.

गौर हो कि खीड़ा में 2 जून को आई आपदा के दौरान एक व्यक्ति की मलबे में दबने से मौत हो गई थी जबकि चार मकान पूरी तरह जमींदोज हो गए थे. साथ ही कई घरों में मलबे का ढेर जमा हो गया था. जिसे आज तक हटाया नहीं गया है. जबकि प्रशासन द्वारा ठेकेदारों को मलबा हटाने की जिम्मेदारी दी गई थी परंतु आपदा के 2 माह बीत जाने के बाद भी मुख्य गदेरे से लगे घरों के पास मलबा जस का तस पड़ा हुआ है.

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ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित ठेकेदार द्वारा मलवा तो नहीं हटाया जा रहा परंतु मलबा हटाने के बहाने नदी में अवैध खनन कर पत्थर और रेत अवश्य ले जाया जा रहा है. निवर्तमान बीडीसी सदस्य खींम राम का कहना है कि ठेकेदार द्वारा धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ये कार्य बगैर मिलीभगत के संभव नहीं है. इस पर शीघ्र रोक लगाने के साथ ही संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जो लोग कुछ दिनों पहले इसका विरोध कर रहे थे वे अब खामोश हैं.

Intro:चौखुटिया अल्मोड़ा खीड़ा में गत 2 जून को आई आपदा की आड़ में अवैध खनन का खेल शुरू हो गया है ग्रामीणों का कहना है कि आपदा से प्रभावित मकानों से मलवा तो नहीं हटाया जा रहा है उलटा गांव के निकट बहने वाली बिमोली नदी में पोकलैंड और डंपर लगाकर खुलेआम अवैध खनन किया जा रहा है।Body:खीड़ा में 2 जून को आई आपदा के दौरान एक व्यक्ति की मलवे में दबने से मौत हो गई थी जबकि चार मकान पूरी तरह नष्ट हो गए थे । तमाम मकानों के आंगन में मलवे की ढेर जमा हो गए थे प्रशासन द्वारा ठेकेदारों को मलवा हटाने की जिम्मेदारी दी गई थी परंतु आपदा के 2 माह बाद भी मुख्य गधेरे से लगे घरों की निकट का मलबा नहीं हटाया गया ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित ठेकेदार द्वारा मलवा तो नहीं हटाया जा रहा परंतु मलवा हटाने के बहाने नदी में अवैध खनन कर पत्थर बजे ले जाई जा रही है।Conclusion:चौखुटिया अल्मोड़ा खीड़ा में गत 2 जून को आई आपदा की आड़ में अवैध खनन का खेल शुरू हो गया है ग्रामीणों का कहना है कि आपदा से प्रभावित मकानों से मलवा आदि तो नहीं हटाया जा रहा उल्टा गांव के निकट बहने वाली बिमोली नदी में पोकलैंड और डंपर लगाकर खुलेआम अवैध खनन किया जा रहा है खीड़ा में 2 जून को आई आपदा के दौरान एक व्यक्ति की मलवे में दबने से मौत हो गई थी। जबकि चार मकान पूरी तरह नष्ट हो गए थे प्रशासन द्वारा ठेकेदारों को मलवा हटाने की जिम्मेदारी दी गई परंतु आपदा के 2 माह बाद भी मुख्य गधेरे से लगे घरों का निकट निकट का मलबा नहीं हटाया गया है । ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित ठेकेदार द्वारा मलवा तो नहीं हटाया गया परंतु मलवा हटाने के बहाने नदी में अवैध खनन कर पत्थर बजरी ले जाई जा रही है जिस कारण ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। निवर्तमान बीडीसी सदस्य खींम राम का कहना है कि ठेकेदार द्वारा दिन दहाड़े अवैध खनन किया जा रहा है उनका कहना है जोकि बगैर मिलीभगत के संभव नहीं है इस पर शीघ्र रोक लगाने के साथ ही संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए ग्रामीणों को इस बात का भी आश्चर्य हो रहा है कि जो लोग 2 दिन पूर्व तक इसका विरोध कर रहे थे। वह अचानक खामोश कैसे हो गए।

खनन नहीं बस ट्रेनिंग कहो


चौखुटिया अल्मोड़ा उप जिला अधिकारी आरके पांडे का कहना है कि खीड़ा के ग्रामीण जिसे अवैध खनन अवैध खनन की ट्रेनिंग है।
Last Updated : Aug 6, 2019, 2:48 PM IST
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