चौखुटिया/अल्मोड़ा: खीड़ा क्षेत्र में गत 2 जून को आई आपदा की आड़ में अवैध खनन का खेल शुरू हो गया है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रभावितों के मकानों से मलबा तो नहीं हटाया जा रहा है, लेकिन ठेकेदार द्वारा समीप बहने वाली बिमोली नदी से धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है. जिससे लोगों में ठेकेदार और प्रशासन के खिलाफ खासा रोष है.
गौर हो कि खीड़ा में 2 जून को आई आपदा के दौरान एक व्यक्ति की मलबे में दबने से मौत हो गई थी जबकि चार मकान पूरी तरह जमींदोज हो गए थे. साथ ही कई घरों में मलबे का ढेर जमा हो गया था. जिसे आज तक हटाया नहीं गया है. जबकि प्रशासन द्वारा ठेकेदारों को मलबा हटाने की जिम्मेदारी दी गई थी परंतु आपदा के 2 माह बीत जाने के बाद भी मुख्य गदेरे से लगे घरों के पास मलबा जस का तस पड़ा हुआ है.
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ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित ठेकेदार द्वारा मलवा तो नहीं हटाया जा रहा परंतु मलबा हटाने के बहाने नदी में अवैध खनन कर पत्थर और रेत अवश्य ले जाया जा रहा है. निवर्तमान बीडीसी सदस्य खींम राम का कहना है कि ठेकेदार द्वारा धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ये कार्य बगैर मिलीभगत के संभव नहीं है. इस पर शीघ्र रोक लगाने के साथ ही संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जो लोग कुछ दिनों पहले इसका विरोध कर रहे थे वे अब खामोश हैं.