सोमेश्वर: गिरेछिना- बागेश्वर मोटर मार्ग में नाकोट के समीप पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ है. भूस्खलन के चलते सड़क पर भारी बोल्डर गिरे हुए हैं. ऐसे में राहगीर जान जोखिम में डालकर सड़क से आवाजाही करने को मजबूर हैं. वहीं, स्थानीय लोगों ने प्रशासन को इस मार्ग को आवाजाही के लिए जल्द दुरुस्त करने की मांग की है.
बता दें कि पिछले दिनों हुई भारी बरसात के कारण गिरेछीना-बागेश्वर मोटर मार्ग में नाकोट गांव के समीप सड़क के ऊपर लगभग 50 मीटर क्षेत्र में भारी भूस्खलन होने से सड़क में मलबा गिरा हुआ है. वहीं, बड़े-बड़े बोल्डर गिरने से इस सड़क से आवाजाही करना खतरनाक हो गया है. सड़क किनारे की रेलिंग भी बोल्डरों के गिरने से ध्वस्त हो चुकी है. वहीं, राहगीर अपनी जान खतरे में डालकर इस मार्ग पर आवाजाही कर रहे हैं. जबकि, इस कई दोपहिया वाहन चालक इस मार्ग पर चोटिल भी हो चुके हैं.
वहीं, पहाड़ी के ऊपर लगभग आधा दर्जनसे अधिक पेड़ कभी भी गिरने की स्थिति में हैं, जो आते-जाते वाहनों और राहगीरों के लिए खतरा बन सकते हैं. भूस्खलन के कारण सड़क के नीचे स्थित श्मशान घाट और खड़केश्वर मंदिर को भी खतरा बना हुआ है.
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इस मामले में मनसा घाटी विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष डूंगर सिंह रावत और क्षेत्रवासियों ने लोक निर्माण विभाग से अति शीघ्र भूस्खलन की रोकथाम करने की मांग की है. ताकि, किसी भी अनहोनी से बचा जा सके और पहाड़ी में हो रहे भूस्खलन को रोक जा सके.