अल्मोड़ा: धामी सरकार के देवस्थानम बोर्ड को भंग किए जाने की घोषणा के बाद आईएएस सुशील कुमार को देवस्थानम बोर्ड का मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाये जाने पर जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने सवाल उठाए हैं.
पूर्व विधानसभा स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल का कहना है कि एक तरफ सरकार देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की घोषणा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ कुमाऊं कमिश्नर का तबादला कर उसे देवस्थानम बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया है. इससे साबित होता है कि सरकार के मन मे कुछ और है. इस मामले में सरकार को अपने रुख को स्पष्ट करना चाहिए.
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कुंजवाल ने कहा देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहित लंबे समय से आंदोलित थे, जिनका समर्थन कांग्रेस ने भी किया. भारी विरोध के चलते सरकार ने घबराकर ऐन चुनाव से पहले देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की घोषणा की है. वहीं, कुमाऊं कमिश्नर का ट्रांसफर करके, उसे देवस्थानम बोर्ड का चेयरमैन बना दिया है.
उन्होंने कहा अगर देवस्थानम बोर्ड भंग ही करना था तो सरकार ने वहां चेयरमैन क्यों नियुक्ति किया है. आखिर इस मामले में सरकार के मन में क्या चल रहा है. सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए. जब तक कैबिनेट में इसका आदेश नहीं आता, तब तक तीर्थ पुरोहितों की मांग जारी रहेगी.