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हाथियों को आबादी वाले इलाकों में आने से रोकने के लिए विभाग कर रहा खुदाई

रामनगर वन प्रभाग ने जंगल के समीप गांवों में हाथी की धमक को रोकने के लिए वन विभाग गड्ढे खोद रहा है. जिससे हाथियों का आबादी वाले इलाकों का रुख न कर सकें.

ramnagar
हाथी खुदाई रोधक
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Published : Jul 24, 2020, 5:20 PM IST

रामनगर: इन दिनों वन प्रभाग ने जंगल के समीप गांवों की सीमा पर वन विभाग गड्ढे खोदने के कार्य में जुटा है. जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में कमी आएगी. साथ ही हाथी ग्रामीणों की फसल को नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे.

बता दें कि रामनगर वन प्रभाग वन क्षेत्र में हाथियों की संख्या काफी अधिक है. ऐसे में हाथी जंगल से निकलकर ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर फसलों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में वन प्रभाग रामनगर ने ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए जंगल की सीमा पर गड्ढे खोद दिये हैं. ताकि हाथी आबादी वाले इलाकों का रुख न कर सके.

रामनगर वन प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि रामनगर वन प्रभाग के कोसी, कोटा और देचोरी रेंज में हाथी संख्या अधिक है. ऐसे में आए दिन हाथी आबादी वाले इलाकों में देखे जा सकते हैं. इन क्षेत्रों में हाथियों द्वारा लगातार फसल नुकसान पहुंचाने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही थी. जिसको देखते हुए वन विभाग ने हाथी की आमद को देखते हुए जंगल में खुदाई करवा रहा है. जिससे हाथी का मूवमेंट गांव की तरफ ना हो.

पढ़ें: इंडो-नेपाल सीमा पर हो रही सरकारी खाद की तस्करी, नकेल कसने के लिए SSB मुस्तैद

प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि अभी कोसी रेंज, देचोरी रेंज में 330 मीटर की खाई खोदी गई है. इस खाई के खुदने के बाद से अब हाथी गांव की तरफ रुख नहीं कर रहे हैं, जिससे गांव के लोगों को भी राहत मिली है. साथ ही मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में भी कमी दर्ज की गई है.

रामनगर: इन दिनों वन प्रभाग ने जंगल के समीप गांवों की सीमा पर वन विभाग गड्ढे खोदने के कार्य में जुटा है. जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में कमी आएगी. साथ ही हाथी ग्रामीणों की फसल को नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे.

बता दें कि रामनगर वन प्रभाग वन क्षेत्र में हाथियों की संख्या काफी अधिक है. ऐसे में हाथी जंगल से निकलकर ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर फसलों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में वन प्रभाग रामनगर ने ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए जंगल की सीमा पर गड्ढे खोद दिये हैं. ताकि हाथी आबादी वाले इलाकों का रुख न कर सके.

रामनगर वन प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि रामनगर वन प्रभाग के कोसी, कोटा और देचोरी रेंज में हाथी संख्या अधिक है. ऐसे में आए दिन हाथी आबादी वाले इलाकों में देखे जा सकते हैं. इन क्षेत्रों में हाथियों द्वारा लगातार फसल नुकसान पहुंचाने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही थी. जिसको देखते हुए वन विभाग ने हाथी की आमद को देखते हुए जंगल में खुदाई करवा रहा है. जिससे हाथी का मूवमेंट गांव की तरफ ना हो.

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प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि अभी कोसी रेंज, देचोरी रेंज में 330 मीटर की खाई खोदी गई है. इस खाई के खुदने के बाद से अब हाथी गांव की तरफ रुख नहीं कर रहे हैं, जिससे गांव के लोगों को भी राहत मिली है. साथ ही मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में भी कमी दर्ज की गई है.

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