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ट्रेड यूनियन की हड़ताल का दूसरा दिन, काशीपुर-अल्मोड़ा में भी दिखा असर

ट्रेड यूनियन की देशव्यापी हड़ताल का आज दूसरा दिन है. ऐसे में प्रदेश के साथ-साथ काशीपुर और अल्मोड़ा में हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. यहां भी बैंक, आयकर, डाकघर और अन्य विभागों के कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.

effect of trade unions strike
ट्रेड यूनियंस हड़ताल का दूसरा दिन
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Published : Mar 29, 2022, 3:53 PM IST

काशीपुर: देशभर में चल रही ट्रेड यूनियन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आज लगातार दूसरे दिन भी व्यापक देखने को मिला. इस दौरान प्रदेश के साथ-साथ काशीपुर में भी बैंक, आयकर और डाक विभाग समेत अन्य कार्यालयों के हड़ताली कर्मचारियों अपने कार्यालयों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध जताया. हड़ताल कर्मियों की मांग है कि सरकार नीजिकरण पर रोक लगाए. साथ ही पुरानी पेंशन लागू करे.

हड़ताली कर्मचारियों ने कहा सरकार से उनकी मांग है कि बैंकों का निजीकरण बंद किया जाए, बैंकों में आउटसोर्सिंग बंद की जाए और नई भर्ती खोली जाएं. नेशनल पेंशन स्कीम बंद की जाए. उन्होंने कहा कि सरकार ने आज तक यह साफ नहीं किया है कि देश के कॉर्पोरेट घरानों को जो लोन दिया गया है, वह कैसे वापस होगा. उसकी वसूली के लिए सरकार ने आज तक कोई कदम नहीं उठाया है. हम सरकार से मांग करते हैं कि इन कॉर्पोरेट घरानों को दिए गए ऋण की वसूली की जाए.

वहीं, काशीपुर के पोस्ट ऑफिस में हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने कहा उनकी प्रमुख मांग है कि एनपीएस को बंद कर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए. डाकघरों में 5 दिन का कार्य सप्ताह लागू किया जाए. जीडीएस कर्मचारियों के लिए गठित कमलेश चंद्र कमेटी की बाकी सभी सिफारिशें लागू की जाएं. फिनेकल तथा सैप सर्वर की क्षमता बढ़ाई जाए. इन सभी मांगों समेत अन्य मांगो को लेकर समस्त पोस्ट ऑफिस कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर अपना विरोध जताया है.

इस दौरान इनकम टैक्स एंप्लॉयज फेडरेशन के बैनर तले काशीपुर शाखा के अध्यक्ष सफदर अली ने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि पुरानी पेंशन बहाल किया जाए. 18 महीने का बकाया एरियर दिया जाए. 8वां वेतन आयोग जल्द से जल्द लगाया जाए. हमारे द्वारा सभी हड़ताली ट्रेड यूनियंस को आईटीएफ का समर्थन दिया गया है.

ये भी पढ़ें: विधायक बेटी के समर्थन में उतरे पूर्व सीएम हरीश रावत, एक घंटे का मौन उपवास किया

वहीं, अल्मोड़ा में डाक विभाग के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अल्मोड़ा और बागेश्वर जिले के कर्मचारियों ने आज प्रधान डाकघर में प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों के हड़ताल में जाने के बाद दोनों जिलों के सभी डाकघरों में काम ठप पड़ गया है. वही, हड़ताल के बाद डाक विभाग में साढ़े 3 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है. डाक कर्मचारियों की हड़ताल से आम लोगों को भी काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है.

अल्मोड़ा जिला मुख्यालय स्थित प्रधान डाकघर में कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों का खुलकर विरोध किया. साथ ही सरकार को चेताते हुए कहा कि जल्द ही सरकार ने उचित निर्णय नहीं लिया तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. बता दें कि 14 सूत्रीय मांगों को लेकर डाक विभाग के कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर हैं. अल्मोड़ा मंडल के दो जिलों अल्मोड़ा व बागेश्वर के 1,260 कर्मचारी हड़ताल पर हैं. हड़ताल के चलते वर्तमान में दो प्रधान डाकघर, 49 उप डाकघर व 282 शाखाओं में कार्य पूरी तरह बंद है. कर्मचारियों की हड़ताल में जाने से स्पीड पोस्ट, बचत का लेनदेन, पासपोर्ट सेवाएं, रेलवे, आधार, सीएचसी से जुड़े सभी कार्य प्रभावित हुए हैं.

काशीपुर: देशभर में चल रही ट्रेड यूनियन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आज लगातार दूसरे दिन भी व्यापक देखने को मिला. इस दौरान प्रदेश के साथ-साथ काशीपुर में भी बैंक, आयकर और डाक विभाग समेत अन्य कार्यालयों के हड़ताली कर्मचारियों अपने कार्यालयों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध जताया. हड़ताल कर्मियों की मांग है कि सरकार नीजिकरण पर रोक लगाए. साथ ही पुरानी पेंशन लागू करे.

हड़ताली कर्मचारियों ने कहा सरकार से उनकी मांग है कि बैंकों का निजीकरण बंद किया जाए, बैंकों में आउटसोर्सिंग बंद की जाए और नई भर्ती खोली जाएं. नेशनल पेंशन स्कीम बंद की जाए. उन्होंने कहा कि सरकार ने आज तक यह साफ नहीं किया है कि देश के कॉर्पोरेट घरानों को जो लोन दिया गया है, वह कैसे वापस होगा. उसकी वसूली के लिए सरकार ने आज तक कोई कदम नहीं उठाया है. हम सरकार से मांग करते हैं कि इन कॉर्पोरेट घरानों को दिए गए ऋण की वसूली की जाए.

वहीं, काशीपुर के पोस्ट ऑफिस में हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने कहा उनकी प्रमुख मांग है कि एनपीएस को बंद कर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए. डाकघरों में 5 दिन का कार्य सप्ताह लागू किया जाए. जीडीएस कर्मचारियों के लिए गठित कमलेश चंद्र कमेटी की बाकी सभी सिफारिशें लागू की जाएं. फिनेकल तथा सैप सर्वर की क्षमता बढ़ाई जाए. इन सभी मांगों समेत अन्य मांगो को लेकर समस्त पोस्ट ऑफिस कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर अपना विरोध जताया है.

इस दौरान इनकम टैक्स एंप्लॉयज फेडरेशन के बैनर तले काशीपुर शाखा के अध्यक्ष सफदर अली ने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि पुरानी पेंशन बहाल किया जाए. 18 महीने का बकाया एरियर दिया जाए. 8वां वेतन आयोग जल्द से जल्द लगाया जाए. हमारे द्वारा सभी हड़ताली ट्रेड यूनियंस को आईटीएफ का समर्थन दिया गया है.

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वहीं, अल्मोड़ा में डाक विभाग के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अल्मोड़ा और बागेश्वर जिले के कर्मचारियों ने आज प्रधान डाकघर में प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों के हड़ताल में जाने के बाद दोनों जिलों के सभी डाकघरों में काम ठप पड़ गया है. वही, हड़ताल के बाद डाक विभाग में साढ़े 3 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है. डाक कर्मचारियों की हड़ताल से आम लोगों को भी काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है.

अल्मोड़ा जिला मुख्यालय स्थित प्रधान डाकघर में कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों का खुलकर विरोध किया. साथ ही सरकार को चेताते हुए कहा कि जल्द ही सरकार ने उचित निर्णय नहीं लिया तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. बता दें कि 14 सूत्रीय मांगों को लेकर डाक विभाग के कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर हैं. अल्मोड़ा मंडल के दो जिलों अल्मोड़ा व बागेश्वर के 1,260 कर्मचारी हड़ताल पर हैं. हड़ताल के चलते वर्तमान में दो प्रधान डाकघर, 49 उप डाकघर व 282 शाखाओं में कार्य पूरी तरह बंद है. कर्मचारियों की हड़ताल में जाने से स्पीड पोस्ट, बचत का लेनदेन, पासपोर्ट सेवाएं, रेलवे, आधार, सीएचसी से जुड़े सभी कार्य प्रभावित हुए हैं.

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