सोमेश्वरः लॉकडाउन के बीच घातक बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के सामने मुश्किलें पैदा हो रही है. जिसमें सीआरपीएफ में सेवारत असिस्टेंट कमांडर की माता भी कैंसर से पीड़ित हैं. इतना ही नहीं बीते चार महीने से ऑक्सीजन सपोर्ट में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है, लेकिन अचनाक ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया. जिससे उनकी जिंदगी को खतरा हो गया. जिसपर सीआरपीएफ के जवानों ने 150 किलोमीटर दूर सिलेंडर पहुंचाया और सैनिक के परिजनों को विपत्ति के समय मदद की.
जानकारी के मुताबिक, सीआरपीएफ के सेवानिवृत्त सैनिक जीवन सिंह बिष्ट का बेटा संदीप कुमार सहायक कमांडेंट के पद पर नक्सल प्रभावित धुर, सुकमा (छत्तीसगढ़) में तैनात है. जबकि, उनकी पत्नी बीते 4 महीने से अल्मोड़ा में फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित हैं और ऑक्सीजन सपोर्ट में है. ऐसे में लॉकडाउन के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया. जिसके बाद उन्होंने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल काठगोदाम से मदद मांगी.
वहीं, पुलिस उप महानिरीक्षक प्रदीप चंद्रा और अन्य अधिकारियों ने 150 किमी दूर हल्द्वानी से एक सिलेंडर लाकर उनके परिजनों को सुपुर्द किया. सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडर संदीप बिष्ट के पिता जीवन सिंह बिष्ट का कहना है कि वो भी केरिपु बल से सेवानिवृत्त हुए हैं. जहां काठगोदाम के जवानों ने सिलेंडर पहुंचाकर उनकी मदद की. वहीं, उन्होंने सीआरपीएफ के अधिकारियों और सिलेंडर लाने वाले कर्मचारियों का आभार जताया.