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अल्मोड़ा: दो व्यापार मंडल संगठनों के गठन के बाद असमंजस में व्यापारी - Devbhoomi Trade Board

अल्मोड़ा में दो व्यापार मंडल संगठन के अस्तित्व में आने के बाद जहां व्यापारियों में दो फाड़ हो गए हैं. वहीं, प्रान्तीय उद्योग व्यापार मंडल के व्यापारियों ने यह संदेश दिया है कि व्यापारियों के हितों के लिए पहले से काम करता आया है. आगे भी उनके हितों का संरक्षण करेगा.

almora
व्यापारियों में असमंजस
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Published : Jul 23, 2020, 10:54 PM IST

अल्मोड़ा: दो व्यापार मंडल संगठन के अस्तित्व में आने के बाद जहां व्यापारियों में दो फाड़ हो गए हैं. वहीं, व्यापरियों में असमंजस की स्थिति भी आ गई है. बीते दिनों अल्मोड़ा में देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल की कार्यकारिणी गठित की गई थी. अब पहले से मौजूद प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ने भी अपने तेवर तीखे कर दिए हैं. प्रान्तीय उद्योग व्यापार मंडल के व्यापारियों ने यह संदेश दिया है कि व्यापारियों के हितों के लिए पहले से काम करता आया है. आगे भी उनके हितों का संरक्षण करेगा.

दरअसल, पहले से चला आ रहा प्रान्तीय उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि प्रान्तीय उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले अल्मोड़ा में बीते तीन सालों से व्यापार मंडल व्यापारियों की आवाज उठा रहा था, लेकिन बीते दिनों देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल ने अल्मोड़ा जिले में इकाई का गठन कर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित पूरी टीम गठित कर दी.पदाधिकारियों कहना है कि नए संगठन द्वारा पूर्व में हारे हुए उम्मीदवारों को अध्यक्ष और महासचिव पद दियें हैं. हारे हुए प्रत्याशियों ने पद के लालच में व्यापारियों के हितों के साथ कुठाराघात किया है.

पढ़ें: कोरोना इफेक्ट: ग्राहक की आस में बैठे रिटेल कपड़ा व्यापारी, हो रहा भारी नुकसान

प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष हरेंद्र वर्मा ने कहा कि अपने स्वार्थ के लिए संगठन को तोड़ना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि नया संगठन देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल की स्थिति अभी अपने ही अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है. वहीं, जिले में दो व्यापार मंडलों का गठन होने के बाद व्यापारी असमंजस में हैं. उन्होंने कहा कि व्यापारियों को असमंजस की स्थिति में रहने की जरूरत नहीं है. प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल पहले से व्यापारियों के हितों की लड़ाई लड़ता रहा है, आगे भी लड़ेगा.

अल्मोड़ा: दो व्यापार मंडल संगठन के अस्तित्व में आने के बाद जहां व्यापारियों में दो फाड़ हो गए हैं. वहीं, व्यापरियों में असमंजस की स्थिति भी आ गई है. बीते दिनों अल्मोड़ा में देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल की कार्यकारिणी गठित की गई थी. अब पहले से मौजूद प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ने भी अपने तेवर तीखे कर दिए हैं. प्रान्तीय उद्योग व्यापार मंडल के व्यापारियों ने यह संदेश दिया है कि व्यापारियों के हितों के लिए पहले से काम करता आया है. आगे भी उनके हितों का संरक्षण करेगा.

दरअसल, पहले से चला आ रहा प्रान्तीय उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि प्रान्तीय उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले अल्मोड़ा में बीते तीन सालों से व्यापार मंडल व्यापारियों की आवाज उठा रहा था, लेकिन बीते दिनों देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल ने अल्मोड़ा जिले में इकाई का गठन कर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित पूरी टीम गठित कर दी.पदाधिकारियों कहना है कि नए संगठन द्वारा पूर्व में हारे हुए उम्मीदवारों को अध्यक्ष और महासचिव पद दियें हैं. हारे हुए प्रत्याशियों ने पद के लालच में व्यापारियों के हितों के साथ कुठाराघात किया है.

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प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष हरेंद्र वर्मा ने कहा कि अपने स्वार्थ के लिए संगठन को तोड़ना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि नया संगठन देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल की स्थिति अभी अपने ही अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है. वहीं, जिले में दो व्यापार मंडलों का गठन होने के बाद व्यापारी असमंजस में हैं. उन्होंने कहा कि व्यापारियों को असमंजस की स्थिति में रहने की जरूरत नहीं है. प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल पहले से व्यापारियों के हितों की लड़ाई लड़ता रहा है, आगे भी लड़ेगा.

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