अल्मोड़ा: जिले के चौखुटिया अंतर्गत खीड़ा जुकानी गांव में बादल फटने के बाद चारों तरफ बर्बादी का मंजर देखने को मिल रहा है. वहीं, आज डीएम नितिन भदौरिया आपदाग्रस्त गांवों में नुकसान का जायजा लेने पहुंचे थे. इसी दौरान एक मार्मिक दृश्य देखने को मिला जहां आपदा की चपेट में आया एक बच्चा रोते-बिलखते हुए डीएम से लिपट गया और कहा- 'अंकल मेरा स्कूल बैग और किताबें सबकुछ बह गया, अंकल मैं अब स्कूल कैसे जाऊंगा'.
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बता दें कि बीते दिन अल्मोड़ा के चौखुटिया में बादल फटने से भारी तबाही मची थी. पानी के बहाव की जद में आए लोगों ने किसी तरह जान बचाई. घरों में पानी घुसने से काफी नुकसान हुआ है. राशन सहित पूरा सामान भीग गया. जबकि, गांव की पेयजल योजना तथा रास्ते भी ध्वस्त हो गए हैं.
वहीं, जब मंगलवार को डीएम नितिन भदौरिया गांव में हुए नुकसान का जायजा लेने जुकानी गांव पहुंचे तो 9 साल के स्कूली बच्चे कुलदीप नेगी उनसे लिपटकर रोने लगा और अपनी व्यथा सुनाने लगा. कुलदीप ने कहा कि अंकल मेरा स्कूल का बैग भी बह गया और मैं अब स्कूल कैसे जाउंगा. बच्चे को देखकर डीएम भी भावुक हो गए उन्होंने बच्चे को गले से लगाते हुए सांत्वना दी.
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डीएम ने बच्चे को आश्वस्त करते हुए कहा कि वह किसी प्रकार की चिंता ना करें. वह उसे और उसके परिवार को कोई परेशानी नहीं होने देंगे. उन्होंने उसी वक्त बच्चे की मदद को अपनी जेब से 5000 रुपए दे दिए. इन रुपयों को बच्चे ने अपने पिता के जेब में डाल दिया. यह दृश्य देख वहां पर मौजूद सभी अधिकारी और जनप्रतिनिधि भावुक हो गए. मौके पर मौजूद विधायक महेश नेगी ने भी बच्चे को 2000 रुपए की देकर हरसंभव मदद का भरोसा दिया.
गौर हो कि बीती 2 जून को अल्मोड़ा और चमोली में भारी बारिश के साथ बादल फटने की घटनाएं हुईं थीं. इन मुश्किल हालातों में लोगों को बचाने के लिए SDRF और डिजास्टर मैनेजमैंट की टीम रेस्क्यू के काम में लगी हैं. चमोली के रामगधेरी नाले के मलबे से करीब आठ हेक्टेयर जमीन बर्बाद हो गई. वहीं, इलाके के माईथान चौखुटिया मार्ग 100 मीटर तक ध्वस्त हो गया. एक बुजुर्ग व्यक्ति की भी मौत हो गई है. अल्मोड़ा के चौखुटिया क्षेत्र के खेड़ा और असेढ़ी में बादल फटने से कई घर बह गये हैं.