अल्मोड़ा: जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा करने की कवायद में जुटा हुआ है. बच्चों में कोरोना के खतरे को देखते हुए, अल्मोड़ा जिला मुख्यालय में पीडियाट्रिक यूनिट की स्थापना की तैयारी की जा रही है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रसार को लेकर सीएचसी और पीएचसी स्तर पर कोरोना टेस्टिंग लैब और विकासखंड स्तर पर ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की व्यवस्था की जा रही है.
जिलाधिकारी नितिन भदौरिया ने बताया कि बच्चों में कोरोना के खतरे को देखते हुए अल्मोड़ा पीडियाट्रिक यूनिट स्थापित किया जा रहा है. जल्द ही यह बनकर तैयार हो जाएगा, इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में सीएचसी और पीएचसी केंद्रों में कोरोना से निपटने के स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है. सीएचसी केंद्रों में ऑक्सीजन की सुविधा करने के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सैम्पलिंग बढ़ाने के लिए सीएचसी में ट्रुनेट मशीन स्थापित की जाएगी. वहीं पीएचसी केंद्रों में रैपिड किट से कोरोना की सैम्पिंग बढ़ाई जाएगी. उन्होंने बताया जिला मुख्यालय में स्थापित आरटीपीसीआर लैब में भी सैम्पलिंग को बढ़ाया जाएगा. वह ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के मरीजों को राहत देने के लिए अब अल्मोड़ा जिले के विकासखंडों में भी ऑक्सीजन के प्लांट बनाये जा रहे हैं. विधायकों के विधायक निधि से सोमेश्वर, धौलादेवी व भिकियासैंण में 150 एलपीएम के ऑक्सीजन प्लांट बनाये जाने की प्रक्रिया चल रही है.
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एनजीओ की सहायता से सीएसआर मद में द्वाराहाट के लिये 300 एलपीएम, सल्ट व चौखुटिया में 100-100 एलपीएम के ऑक्सीजन प्लांट एनजीओ की सहायता से बनाये जाएंगे, जिसकी वार्ता चल रही है. उन्होंने बताया कि इससे ऑक्सीजन सप्लाई मुख्यालय के अलावा जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेहतर हो जायेगी.