रानीखेत: सशस्त्र सीमा बल सीमांत मुख्यालय का 11वां स्थापना दिवस मुख्यालय में मनाया गया. इस मौके पर एसएसबी के उपमहानिरीक्षक मनमोहन कांडपाल ने अधिकरियों और जवानों को पदक देकर सम्मानित किया.
बता दें कि उपमहानिरीक्षक द्वारा 21 अधिकारियों व कार्मिकों को उत्कृष्ट सेवा पदक, 10 अधिकारियों व कार्मिकों को अति उत्कृष्ट सेवा पदक, 6 अधिकारियों व कार्मिकों को महानिदेशक स्वर्ण पदक व 32 अधिकारी व जवानों को महानिदेशक सिल्वर पदक देकर सम्मानित किया गया. साथ ही कोरोना काल में निष्ठा भाव से कार्य करने वाले 6 कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.
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वहीं, स्थापना दिवस के मौके पर उपमहानिरीक्षक कांडपाल ने सीमांत मुख्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एसएसबी की चौकियां उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में स्थापित की गई हैं. सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ा गया है. अधिकारियों एवं जवानों ने विदेशी ताकतों के मंसूबों पर पानी फेरा है.
साथ ही उन्होंने बताया कि गत 2020 से अब तक 159 सीजरों के दौरान नारकोटिक्स पदार्थों की तस्करी के 15 मामले, भारतीय व नेपाली मुद्राओं के 13 मामले, हथियारों की तस्करी के 2 मामले, वन्य जीव व उत्पाद तस्करी के 3 मामलों को अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं में पकड़ा गया है. साथ ही मानव तस्करी के 15 मामले पकड़े हैं, जिसमें 19 महिलाओं व बच्चियों को छुड़ाया गया है. वहीं 21 मानव तस्करों की गिरफ्तारी की गई है.
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इसके साथ ही उपमहानिरीक्षक ने बताया कि सीमांत के बचाव व राहत दल द्वारा 7 जुलाई की शाम शारदा नदी में स्थानीय ग्रामीणों की नाव पलटने की सूचना मिलने पर एसएसबी द्वारा 7 ग्रामीणों को बचाया गया. चमोली में आई आपदा में ग्वालदम स्थित बचाव एवं राहत दल द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए 6 शवों को निकाला.
मानसून सीजन के दौरान सीमांत मुख्यालय की इकाईयों द्वारा 177981 पौधे लगाए गए. उन्होंने बताया कि एसएसबी द्वारा मानव व पशुओं के लिए निःशुल्क कैंप लगाए गए हैं. जिसमें सीमावर्ती गांवों में 2,552 मनुष्यों व 4,882 जानवरों का इलाज किया गया तथा दवा वितरित की गई. साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों के स्कूलों में खेल-कूद सामग्री तथा फर्नीचर भी वितरित किया गया. युवाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षित किया गया.