हैदराबाद : बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अपने बेतुके बयान से देश का माहौल गर्म कर दिया है. कंगना ने विवादित बयान देते हुए बृहस्पतिवार को कहा था कि 1947 में देश को मिली आजादी भीख थी और असल आजादी 2014 में मिली है. कंगना के इस बेतुके बयान से देशवासियों में एक्ट्रेस के खिलाफ रोष पैदा हो रहा है और वे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. कंगना के खिलाफ आम आदमी पार्टी की ओर से शिकायत दर्ज करा एक्ट्रेस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य प्रीति शर्मा मेनन ने मुंबई में कंगना के खिलाफ आपत्ति दर्ज कर शिकायत की है. प्रीति ने कंगना के बयान को देशद्रोह बताते हुए मुंबई पुलिस से एक्ट्रेस के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मांग की है. प्रीति ने कहा कि आईपीसी की धारा 504, 505 और 124ए के तहत कार्रवाई के लिए अनुरोध किया गया है.
इधर, कंगना के इस बेतुके बयान पर कांग्रेस और शिवसेना ने भी एक्ट्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कई लोग कंगना से पद्मश्री वापस लेने की भी मांग कर हैं.
क्या बोलीं थी कंगना रनौत?
कंगना बृहस्पतिवार को टाइम्स नाउ की सम्मिट में पहुंचीं, जहां कंगना ने निजी मामलों से लेकर राजनीति पर अपने विचार रखे. इस बीच कंगना यह कहती सुनाई दीं कि 1947 में मिली देश को आजादी एक भीख में मिली आजादी थी.
कंगना ने अपने बयान में कहा, 'सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून न बहाए. उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन, लेकिन वो आजादी नहीं थी वो भीख थी, असली आजादी तो 2014 में मिली है.'
ये भी पढे़ं : कंगना रनौत के 1947 की आजादी को भीख बताने पर भड़कीं स्वरा भास्कर, बोलीं- बेवकूफ
ये भी पढे़ं : पर्सनल लाइफ पर बोलीं कंगना रनौत- अगले 5 साल में शादी-बच्चे करने का है प्लान