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World Hindi Day 2023: तकनीक की दुनिया में हिंदी का बढ़ता सफर, मल्टीनेशनल कंपनियों में भी बढ़ रहा क्रेज - हिंदी का चलन

आज विश्व हिंदी दिवस है. हिंदी दुनिया भर में 26 करोड़ से अधिक लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा है. हिंदी के कारण ही भारतवासी एक सूत्र में पिरोकर अनेकता में एकता की भावना को साबित करते हैं. पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह ने हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए साल 2006 में हर साल10 जनवरी को हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी. भारत के लिए ये अच्छी बात है कि आज तकनीक की दुनिया में हिंदी के प्रयोग का चलन तेजी से बढ़ रहा है.

World Hindi Day
विश्व हिंदी दिवस
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Published : Jan 10, 2023, 9:50 AM IST

Updated : Jan 10, 2023, 10:07 AM IST

नई दिल्लीः 21वीं सदी में तकनीक का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है. लोग तकनीक के माध्यम से घर में बैठे बैठे व्यापार के साथ-साथ वैश्विक बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. लेकिन खास बात ये है कि तकनीकी के बढ़ते कदम के साथ हमारी राष्ट्रीय भाषा हिंदी का चलन भी बढ़ रहा है. तकनीक में हिंदी भाषा तेजी से लोकप्रिय हो रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सर्च इंजन गूगल की मानें तो हिंदी में कंटेंट पढ़ने वाले हर साल 80 से 94 फीसदी तक बढ़ रहे हैं. जबकि अंग्रेजी का ग्राफ 10 से 17 फीसदी तक बढ़ रहा है.

विदेशों में हिंदी का प्रचलन
आज हिंदी का प्रयोग गूगल में कंटेंट ढूंढने के लिए सबसे ज्यादा किया जा रहा है. जबकि हिंदी दुनियाभर में बोली जाने वाली भाषा में तीसरे स्थान पर है. इसके अलावा बाहर फिजी, मॉरीशस जैसे कई देशों में हिंदी को अल्पसंख्यक भाषा का दर्जा दिया गया है. इसके अलावा अमेरिका में 30 से ज्यादा यूनिवर्सिटी व शिक्षण संस्थानों में हिंदी पढ़ाई जाती है. ब्रिटेन की लंदन यूनिवर्सिटी, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी और यार्क यूनिवर्सिटी में भी हिंदी पढ़ाई जाती है. भारत को बेहतर तरीके से जानने के लिए दुनियाभर में करीब सवा सौ शिक्षण संस्थानों में हिंदी का अध्ययन कराया जाता है.

World Hindi Day
2006 से हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है.

दुनिया में बढ़ा हिंदी का वर्चस्व
अमेरिका के सेनसस डिवीजन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में साल 2020 तक हिंदी बोलने वालों की संख्या 9 लाख से अधिक थी. जबकि, ये लगातार बढ़ रहा है. अमेरिका में रहने वाले 70 प्रतिशत भारतीय लोग हिंदी भाषा को पसंद करते हैं. भारत की बात करें तो मीडिया रिपोर्टस का कहना है कि 35 करोड़ लोगों की मूल भाषा हिंदी है. जिसमें सें 26 करोड़ लोग आम बोलचाल में हिंदी का प्रयोग करते हैं.

इंटरनेट में हिंदी का इस्तेमाल
इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के साथ तकनीक की दुनिया में हिंदी का दखल बढ़ा है. माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, ओरेकल व आइबीएम जैसी बड़ी कंपनियां हिंदी का इस्तेमाल कर रही हैं. एलेक्सा, एंड्रॉयड और दूसरे तकनीकी माध्यमों के जरिए दूसरी भाषा बोलने वाले लोग भी हिंदी सीख रहे हैं. वहीं, E-commerce क्षेत्र में भी हिंदी काफी लोकप्रिय है. वर्तमान में तेजी से बढ़ती हिंदी की वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस दुनिया में प्रचलित है. इसके अलावा इंटरनेट के जरिए हिंदी एजुकेशन लर्निंग एप और मेडिकल लर्निंग एप की सहायता से बच्चों को काफी मदद मिल रही है.

अन्य क्षेत्रों में हिंदी का बढ़ता दबदबा
हिंदी का इस्तेमाल साइंस के साथ-साथ मेडिकल और बैंकिंग सेक्टर में भी बढ़ गया है. मेडिकल साइंस की बात करें तो ऑनलाइन कंपनियां हिंदी में दवा के असर और उसके दुष्प्रभाव की जानकारियां दे रही हैं. मेडिकल एजुकेशन क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल होने से हिंदी में ऑनलाइन पढ़ाई का चलन तेजी से बढ़ा है. आज टेक एजुकेशन कंपनियां इंज‍ीनियरिंग के क्षेत्र में छात्रों को हिंदी में कंटेंट प्राप्त करा रही है. इसके अलावा बैंकिंग सेक्टर में एटीएम में होने वाले लेनदेन भी अब हिंदी में होने लगे हैं. मशीन से निकलने वाली पर्ची भी हिंदी में आ रही है.


ये भी पढ़ेंः हम किसी काम के लिए कब और कैसे कोशिश करते हैं, मनोवैज्ञानिकों ने बताए ये कारण

नई दिल्लीः 21वीं सदी में तकनीक का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है. लोग तकनीक के माध्यम से घर में बैठे बैठे व्यापार के साथ-साथ वैश्विक बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. लेकिन खास बात ये है कि तकनीकी के बढ़ते कदम के साथ हमारी राष्ट्रीय भाषा हिंदी का चलन भी बढ़ रहा है. तकनीक में हिंदी भाषा तेजी से लोकप्रिय हो रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सर्च इंजन गूगल की मानें तो हिंदी में कंटेंट पढ़ने वाले हर साल 80 से 94 फीसदी तक बढ़ रहे हैं. जबकि अंग्रेजी का ग्राफ 10 से 17 फीसदी तक बढ़ रहा है.

विदेशों में हिंदी का प्रचलन
आज हिंदी का प्रयोग गूगल में कंटेंट ढूंढने के लिए सबसे ज्यादा किया जा रहा है. जबकि हिंदी दुनियाभर में बोली जाने वाली भाषा में तीसरे स्थान पर है. इसके अलावा बाहर फिजी, मॉरीशस जैसे कई देशों में हिंदी को अल्पसंख्यक भाषा का दर्जा दिया गया है. इसके अलावा अमेरिका में 30 से ज्यादा यूनिवर्सिटी व शिक्षण संस्थानों में हिंदी पढ़ाई जाती है. ब्रिटेन की लंदन यूनिवर्सिटी, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी और यार्क यूनिवर्सिटी में भी हिंदी पढ़ाई जाती है. भारत को बेहतर तरीके से जानने के लिए दुनियाभर में करीब सवा सौ शिक्षण संस्थानों में हिंदी का अध्ययन कराया जाता है.

World Hindi Day
2006 से हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है.

दुनिया में बढ़ा हिंदी का वर्चस्व
अमेरिका के सेनसस डिवीजन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में साल 2020 तक हिंदी बोलने वालों की संख्या 9 लाख से अधिक थी. जबकि, ये लगातार बढ़ रहा है. अमेरिका में रहने वाले 70 प्रतिशत भारतीय लोग हिंदी भाषा को पसंद करते हैं. भारत की बात करें तो मीडिया रिपोर्टस का कहना है कि 35 करोड़ लोगों की मूल भाषा हिंदी है. जिसमें सें 26 करोड़ लोग आम बोलचाल में हिंदी का प्रयोग करते हैं.

इंटरनेट में हिंदी का इस्तेमाल
इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के साथ तकनीक की दुनिया में हिंदी का दखल बढ़ा है. माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, ओरेकल व आइबीएम जैसी बड़ी कंपनियां हिंदी का इस्तेमाल कर रही हैं. एलेक्सा, एंड्रॉयड और दूसरे तकनीकी माध्यमों के जरिए दूसरी भाषा बोलने वाले लोग भी हिंदी सीख रहे हैं. वहीं, E-commerce क्षेत्र में भी हिंदी काफी लोकप्रिय है. वर्तमान में तेजी से बढ़ती हिंदी की वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस दुनिया में प्रचलित है. इसके अलावा इंटरनेट के जरिए हिंदी एजुकेशन लर्निंग एप और मेडिकल लर्निंग एप की सहायता से बच्चों को काफी मदद मिल रही है.

अन्य क्षेत्रों में हिंदी का बढ़ता दबदबा
हिंदी का इस्तेमाल साइंस के साथ-साथ मेडिकल और बैंकिंग सेक्टर में भी बढ़ गया है. मेडिकल साइंस की बात करें तो ऑनलाइन कंपनियां हिंदी में दवा के असर और उसके दुष्प्रभाव की जानकारियां दे रही हैं. मेडिकल एजुकेशन क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल होने से हिंदी में ऑनलाइन पढ़ाई का चलन तेजी से बढ़ा है. आज टेक एजुकेशन कंपनियां इंज‍ीनियरिंग के क्षेत्र में छात्रों को हिंदी में कंटेंट प्राप्त करा रही है. इसके अलावा बैंकिंग सेक्टर में एटीएम में होने वाले लेनदेन भी अब हिंदी में होने लगे हैं. मशीन से निकलने वाली पर्ची भी हिंदी में आ रही है.


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Last Updated : Jan 10, 2023, 10:07 AM IST
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