रुद्रपुर: पन्तनगर कृषि विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों के साथ लाखों रुपये की ठगी होने का मामला सामने आया है. जिसके बाद दोनों ही मामलों में पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर मामले की जांच शुरू कर दी है. साइबर ठगों द्वारा दोनों प्रोफेसरों के खातों से KYC के नाम पर लगभग 9 लाख रुपये की ठगी की गई है.
जानकारी के मुताबिक, बैंक की KYC (Know your customer) कराने को लेकर पन्तनगर कृषि विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसर साइबर ठगी का शिकार हो गए. दोनों शिक्षकों के खाते से साइबर ठगों ने 9 लाख रुपये साफ कर दिए. जिसके बाद दोनों ने थाना पन्तनगर पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. पहला मामला 6 सितंबर का है. विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान विभाग की प्रोफेसर अंजना श्रीवास्तव के पास को लगभग 4 बज कर 47 मिंट पर दो नम्बरों से फोन आया और अपने आप को एसबीआई पन्तनगर शाखा का कर्मचारी बता कर KYC अपडेट करने की बात कही.
इस दौरान उसके द्वारा शाखा में तैनात बैंक कर्मी का नाम लिया तो उन्हें विश्वास हो गया कि वह पन्तनगर एसबीआई से बातचीत कर रही हैं. जिसके बाद उसके द्वारा मोबाइल में क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड करने को कहा जिसके बाद 9 अंकों का कोड बताने को कहा गया. जैसे ही उनके द्वारा कोड के बारे में बताया गया वैसे ही उनके खाते से 2,99,498 साफ हो गए. जिसके बाद उन्हें ठगी होने का एहसास हुआ.
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वहीं, दूसरा मामला 7 सितंबर लगभग साढ़े चार बजे के आसपास का है. विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग में तैनात डॉ. जय प्रकाश नारायण राय के खाते से साइबर ठगों ने QUICK SUPPORT डाउनलोड कराकर खाते से 6 लाख, 7 हजार 999 रुपये उड़ा लिए. ठगी का एहसास होने पर दोनों प्रोफेसरों द्वारा थाना पन्तनगर पुलिस को तहरीर सौंपी है. वहीं, थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर केस की पड़ताल शुरू कर दी है.