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लक्सर: SDM को राजकीय प्राथमिक विद्यालय में मिलीं कई खामियां

लक्सर एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान विद्यालय में मात्र 10 बच्चों का पंजीकरण होने पर एसडीएम ने हैरानी जताई.

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Published : Feb 9, 2021, 4:06 PM IST

लक्सर: एसडीएम लक्सर शैलेंद्र सिंह नेगी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय, लक्सर (बालक) का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान विद्यालय में मात्र 10 बच्चों का पंजीकरण होने पर एसडीएम ने हैरानी जताई. इसके साथ ही मौके पर 6 बच्चों की उपस्थिति पाई गई, जबकि इस दौरान सभी टीचर उपस्थित मिले.

बता दें, लक्सर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और तहसील परिसर के मध्य स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय (बालक) में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने पाया कि कक्षा 6, 7, 8 में केवल 10 बच्चों का पंजीकरण है. मौके पर 6 बच्चे ही उपस्थित मिले. इस दौरान स्कूल में गंदगी भी पाई गई. साफ-सफाई नहीं होने और बच्चों की संख्या कम होने पर एसडीएम ने हैरानी जताते हुए कहा कि विद्यालय परिसर में खंड शिक्षा अधिकारी, उपखंड शिक्षा अधिकारी और बीआरसी का कार्यालय होने के बाद भी बच्चों की संख्या पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया ?

पढ़ें- जोशीमठ हादसा: सीएम त्रिवेंद्र ने घायलों का जाना हाल, हर संभव मदद का दिया भरोसा

इस बाबत उप जिला अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने स्कूल के प्रधानाचार्य और बीआरसी से कहा कि 'स्कूल चलो' अभियान के अंतर्गत आसपास के प्राइमरी स्कूलों से कक्षा 5 पास छात्रों को यहां लाया जाए और मदरसों के बच्चों को भी यहां एडमिशन दिलाया जाए. खंड शिक्षा अधिकारी से उन्होंने कहा कि स्कूल की बिल्डिंग व आसपास में साफ-सफाई पर ध्यान दें.

लक्सर: एसडीएम लक्सर शैलेंद्र सिंह नेगी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय, लक्सर (बालक) का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान विद्यालय में मात्र 10 बच्चों का पंजीकरण होने पर एसडीएम ने हैरानी जताई. इसके साथ ही मौके पर 6 बच्चों की उपस्थिति पाई गई, जबकि इस दौरान सभी टीचर उपस्थित मिले.

बता दें, लक्सर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और तहसील परिसर के मध्य स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय (बालक) में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने पाया कि कक्षा 6, 7, 8 में केवल 10 बच्चों का पंजीकरण है. मौके पर 6 बच्चे ही उपस्थित मिले. इस दौरान स्कूल में गंदगी भी पाई गई. साफ-सफाई नहीं होने और बच्चों की संख्या कम होने पर एसडीएम ने हैरानी जताते हुए कहा कि विद्यालय परिसर में खंड शिक्षा अधिकारी, उपखंड शिक्षा अधिकारी और बीआरसी का कार्यालय होने के बाद भी बच्चों की संख्या पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया ?

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इस बाबत उप जिला अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने स्कूल के प्रधानाचार्य और बीआरसी से कहा कि 'स्कूल चलो' अभियान के अंतर्गत आसपास के प्राइमरी स्कूलों से कक्षा 5 पास छात्रों को यहां लाया जाए और मदरसों के बच्चों को भी यहां एडमिशन दिलाया जाए. खंड शिक्षा अधिकारी से उन्होंने कहा कि स्कूल की बिल्डिंग व आसपास में साफ-सफाई पर ध्यान दें.

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