हरिद्वार: देशभर में प्याज की कीमतों को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. मंडी व बाजारों में प्याज की कीमत 100 से 130 रुपये किलो के भाव से बिक रही है. यही नहीं 100 से 120 रुपये किलो बिकने वाले प्याज की गुणवत्ता भी अच्छी नहीं है. प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों से लोगों को खान-पान को लेकर दिक्कतें हो रही हैं. देखिये हरिद्वार से खास रिपोर्ट...
रसोई में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले प्याज के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं हरिद्वार की अगर बात करें तो सेब सहित अन्य फलों की कीमतें प्याज से बेहद कम हैं. महंगाई के दौर में प्याज की कीमतों ने आम आदमी को रुला दिया है. प्याज की आसमान छूती कीमतों से महिलाएं काफी परेशान हैं.
महिलाओं का कहना है कि प्याज ने रसोई के बजट के साथ इनका स्वाद भी बिगाड़ दिया है. महिलाओं का कहना है कि पहले तो ढाई किलो प्याज एक बार में खरीदते थे. वहीं अब आधा किलो या ढाई सौ ग्राम ही खरीद पा रहे हैं. इनकी यह भी शिकायत है कि जो प्याज इस समय बाजार में मिल रहा है उसकी गुणवत्ता बहुत खराब है.
यह भी पढ़ें: गदरपुरः मित्र पुलिस पर बदसलूकी का आरोप, कैबिनेट मंत्री के घर पहुंची महिलाएं
वहीं आम लोगों के साथ-साथ सब्जी विक्रेता भी प्याज के दामों के कारण काफी परेशान हैं. प्याज की बढ़ती कीमतों से उनके मुनाफे और बिक्री पर भी बहुत असर पड़ रहा है. छोटे दुकानदार पहले दो से चार कट्टे प्याज रोज बेचते थे. अब महंगाई की वजह से 5 से 10 किलो प्याज ही मंडी से ला पाते हैं. साथ ही उनका कहना है कि खरीदार प्याज बहुत ही कम मात्रा में खरीद रहे हैं. हरिद्वार मंडी समिति के सचिव दिग्विजय सिंह का कहना है कि इन दोनों मंडी में केवल 40 से 50 कुंटल प्याज की आवक रोजाना है. जबकि आम दिनों में 800 से 1000 कुंटल प्याज रोज मंडी में आता था.