हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर 12 लाख 10 हजार श्रद्धालुओं ने मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाई है. ऐसी मान्यता है कि बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा में डुबकी लगाने और गंगा की पूजा-अर्चना करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि आज के दिन ही भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था. सनातन धर्म में इस तिथि को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. बुद्ध पूर्णिमा का पर्व बौद्ध अनुयायियों के साथ-साथ हिंदुओं के लिए भी खास महत्व रखता है.
मान्यता है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु ने महात्मा बुद्ध के रूप में तेइसवां अवतार लिया था. बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन को बहुत धूमधाम से मनाते हैं. यूं तो हरिद्वार में प्रतिदिन गंगा स्नान का अपना महत्व है. लेकिन बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने से माना जाता है कि विशेष पुण्य फल मिलता है. तन को झुलसा देने वाली भीषण गर्मी में आस्था की डुबकी लगाकर श्रद्धालु पुण्य अर्जित किया.
बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर गंगा स्नान करने के लिए रात से ही श्रद्धालुओं का हर की पौड़ी पहुंचना शुरू हो गया था और उनके आने का सिलसिला जारी है. वहीं, प्रशासन ने संपूर्ण मेला क्षेत्र को 6 जोन और 18 सेक्टर में विभाजित कर अधिकारियों को तैनात किया था. हरिद्वार में गंगा स्नान को देखते हुए यातायात को लेकर भी खास इंतजाम किए गए थे. पूर्णिमा के दिन दिल्ली-मेरठ-मुजफ्फरनगर से होते हुए हरिद्वार आने वाले यात्रियों के हल्के वाहनों को डायवर्ट किया गया था.