हरिद्वार: आगामी कुंभ को लेकर कुंभ मेला प्रसाशन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसके लिए नेशनल हाइवे से लेकर कई नए पुलों के साथ ही शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर निर्माण कार्य शुरू हो चुके हैं. मगर इन कार्यो को लेकर कई सवाल भी उठने लगे हैं. संत समाज व तीर्थ पुरोहितों ने निर्माण कार्यों में धीमी गति को लेकर चिंता जतानी शुरू कर दी है.
पिछले साल प्रयागराज में सम्पन हुए भव्य कुंम्भ को देखते हुए उत्तराखंड सरकार इस बार कुंभ मे कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. मगर सरकारी मशीनरी सरकार के इस भव्य आयोजन के सपने को पलीता लगाती नजर आ रही है. जिन कार्यो को समय पर पूरा होने के दावे किए जा रहे हैं, उन कार्यों की सुस्त रफ्तार कई सवाल खड़े कर रही है. जिसे लेकर संतों के साथ ही गंगा सभा भी अब इस पर मुखर हो गया है.
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नेशनल हाइवे की बात हो या कुंभसे जुड़े अन्य मामले, इन सभी को लेकर संत समाज व मुख्यमंत्री के बीच कई वार्ताएं हो चुकी हैं. बावजूद इसे अभी तक प्रशासन की नींद नहीं खुली है. निर्माणकार्यों की सुस्त रफ्तार ने संत और पुरोहित समाज के माथे पर बल ला दिया है. दक्षिणकाली पीठाधिस्वर स्वामी कैलाशानंद का कहना है की 10 जनवरी को साधु-संतो की सर्वोच्च संस्था अखाड़ा परिषद की बैठक हरिद्वार में होगी. जिसमें कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर चर्चा की जाएगी.