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हरिद्वारः कड़ाके की ठंड में ठिठुर रहे यात्री, नगर निगम ने नहीं कराई अलाव की व्यवस्था

इस बार सर्दी के मौसम में हरिद्वार नगर निगम की ओर से अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. मुख्य नगर आयुक्त का कहना है कि कुछ जगहों पर लकड़ी की व्यवस्था कराई गई है, लेकिन धरातल पर ऐसा नहीं है.

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Published : Dec 19, 2019, 8:13 AM IST

Updated : Dec 19, 2019, 11:06 AM IST

हरिद्वारः कंपकंपाती सर्द रात में सड़कों पर घूमने वाले लोगों का सहारा सिर्फ और सिर्फ अलाव होता है. तीर्थनगरी हरिद्वार में भी बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए हर साल सर्दी में चौक-चौराहों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन सहित हर की पैड़ी आदि स्थानों पर श्रद्धालुओं और गरीब लोगों के लिए नगर निगम अलाव की व्यवस्था करता है. लेकिन इस बार शायद नगर निगम को कड़ाके की ठंड नजर नहीं आ रही है.

हरिद्वार में सर्दी का सितम.

इसीलिए नगर निगम की ओर से अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. आज भी हरिद्वार में लोग अपने व्यक्तिगत खर्चे पर अलाव जलाकर रात गुजारने पर मजबूर हैं. नगर निगम या प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है.

धर्मनगरी हरिद्वार में रोजाना बाहर से आने वाले यात्रियों का कहना है कि दो दिन से हरिद्वार में बहुत ठंड पड़ रही है. मगर यहां पर अलाव की व्यवस्था नहीं है. इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

हरिद्वार के दुकानदार अपने खर्चे पर अलाव जलाने को मजबूर हैं. दुकानदारों का कहना है कि ठंड में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. पिछले साल हर चौक-चौराहों पर लकड़ी डाली गई थी. लेकिन इस बार नगर निगम की तरफ से ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है.

यात्रियों की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी भी कड़कड़ाती ठंड से ठिठुरने को मजबूर हैं. उनका कहना है कि ठंड की वजह से दिक्कत हो या न हो, पर उन्हें तो ड्यूटी करनी है. हरिद्वार में दो-तीन दिन से ठंड काफी बढ़ रही है. अलाव जलाने के लिए लकड़ी की व्यवस्था वो खुद कर रहे हैं.

दूसरी ओर मुख्य नगर आयुक्त उदय सिंह राणा अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि ठंड का असर पूरे उत्तर भारत में है. हरिद्वार में भी काफी ठंड पड़ रही है. उन्होंने कहा कि उनके पास लकड़ी अभी आई है. लकड़ियों के पुराने स्टॉक से अलाव की व्यवस्था की गई है, लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और ही है. ईटीवी भारत की टीम ने जब मौके का मुआयना किया तो लोगों ने कहा कि अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.

पढ़ें- लक्सर में युवती ने युवक पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, जांच में जुटी पुलिस

हरिद्वार मेयर अनीता शर्मा का कहना है कि 2 दिन पहले ही उनके पास अलाव की व्यवस्था के लिए फाइल आई थी. उन्होंने फाइल को अप्रूव कर दिया था. अब नगर निगम में अलाव के लिए लकड़ी आ गई है. जल्द ही जगह-जगह अलाव की व्यवस्था कराई जाएगी.

हरिद्वार में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लेकिन प्रशासन और नगर निगम इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. हरिद्वार आने वाले यात्री और यहां के स्थानीय निवासियों में नगर निगम और प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. अब देखना होगा कि नगर निगम और प्रशासन कब तक कुंभकरण की नींद से जागता है.

हरिद्वारः कंपकंपाती सर्द रात में सड़कों पर घूमने वाले लोगों का सहारा सिर्फ और सिर्फ अलाव होता है. तीर्थनगरी हरिद्वार में भी बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए हर साल सर्दी में चौक-चौराहों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन सहित हर की पैड़ी आदि स्थानों पर श्रद्धालुओं और गरीब लोगों के लिए नगर निगम अलाव की व्यवस्था करता है. लेकिन इस बार शायद नगर निगम को कड़ाके की ठंड नजर नहीं आ रही है.

हरिद्वार में सर्दी का सितम.

इसीलिए नगर निगम की ओर से अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. आज भी हरिद्वार में लोग अपने व्यक्तिगत खर्चे पर अलाव जलाकर रात गुजारने पर मजबूर हैं. नगर निगम या प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है.

धर्मनगरी हरिद्वार में रोजाना बाहर से आने वाले यात्रियों का कहना है कि दो दिन से हरिद्वार में बहुत ठंड पड़ रही है. मगर यहां पर अलाव की व्यवस्था नहीं है. इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

हरिद्वार के दुकानदार अपने खर्चे पर अलाव जलाने को मजबूर हैं. दुकानदारों का कहना है कि ठंड में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. पिछले साल हर चौक-चौराहों पर लकड़ी डाली गई थी. लेकिन इस बार नगर निगम की तरफ से ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है.

यात्रियों की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी भी कड़कड़ाती ठंड से ठिठुरने को मजबूर हैं. उनका कहना है कि ठंड की वजह से दिक्कत हो या न हो, पर उन्हें तो ड्यूटी करनी है. हरिद्वार में दो-तीन दिन से ठंड काफी बढ़ रही है. अलाव जलाने के लिए लकड़ी की व्यवस्था वो खुद कर रहे हैं.

दूसरी ओर मुख्य नगर आयुक्त उदय सिंह राणा अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि ठंड का असर पूरे उत्तर भारत में है. हरिद्वार में भी काफी ठंड पड़ रही है. उन्होंने कहा कि उनके पास लकड़ी अभी आई है. लकड़ियों के पुराने स्टॉक से अलाव की व्यवस्था की गई है, लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और ही है. ईटीवी भारत की टीम ने जब मौके का मुआयना किया तो लोगों ने कहा कि अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.

पढ़ें- लक्सर में युवती ने युवक पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, जांच में जुटी पुलिस

हरिद्वार मेयर अनीता शर्मा का कहना है कि 2 दिन पहले ही उनके पास अलाव की व्यवस्था के लिए फाइल आई थी. उन्होंने फाइल को अप्रूव कर दिया था. अब नगर निगम में अलाव के लिए लकड़ी आ गई है. जल्द ही जगह-जगह अलाव की व्यवस्था कराई जाएगी.

हरिद्वार में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लेकिन प्रशासन और नगर निगम इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. हरिद्वार आने वाले यात्री और यहां के स्थानीय निवासियों में नगर निगम और प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. अब देखना होगा कि नगर निगम और प्रशासन कब तक कुंभकरण की नींद से जागता है.

Intro:फीड लाइव व्यू से भेजी गई है

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कब कपाती सर्द रात में सड़कों पर घूमने वाले लोगों का सहारा सिर्फ़ और सिर्फ अलाव होता है तीर्थ नगरी हरिद्वार में भी बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए हर साल सर्दी के मौसम में चौक चौराहों बस स्टेशन रेलवे स्टेशन सहित हर की पौड़ी आदि स्थानों पर श्रद्धालुओं और गरीब लोगों के लिए नगर निगम अलाव की व्यवस्था करता है लेकिन इस बार शायद नगर निगम को कड़कड़ाती ठंड भी नजर नहीं आ रही है और इसीलिए इन तमाम जगहों पर नगर निगम द्वारा कोई अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है आज भी हरिद्वार में लोग अपने व्यक्तिगत खर्चे पर अलाव जलाकर रात गुजारने पर मजबूर है मगर नगर निगम या प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है ईटीवी भारत भी निकला इस कड़कड़ाती ठंड में लोगों की परेशानी को निगम और प्रशासन के सामने लाने के लिए देखे हरिद्वार से हमारी यह खास रिपोर्ट


Body:धर्मनगरी हरिद्वार में रोजाना बाहर से आने वाले यात्रियों की संख्या काफी रहती है लेकिन सर्दियों में आने वाले यात्री नगर निगम की लापरवाही के चलते ठंड में रात बिताने को मजबूर है बस स्टैंड पर पूरी रात चहल-पहल रहती है लेकिन यहां आने वाले यात्रियों के लिए ठंड से बचने के लिए नगर निगम ने कोई व्यवस्था नहीं की है यात्रियों का कहना है कि 2 दिन से हरिद्वार में बहुत ठंड पड़ रही है मगर यहां पर अलाव की कोई भी व्यवस्था नहीं है इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और हम इसमे सबसे बड़ी लापरवाही नगर निगम की मानते हैं हरिद्वार में जगह-जगह अलाव की व्यवस्था होनी चाहिए जिस से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को ठंड की वजह से कोई भी जन हानि ना हो

बाइट-- धर्म सिंह--यात्री

नगर निगम के नकारा पन के चलते रात में सड़कों पर दुकानें लगाने वाले और रहने वाले लोग खासे परेशान हैं पिछले साल तक सर्दी के दौरान जहां जगह-जगह अलाव जलाया जाता था वहीं इस बार नगर निगम द्वारा कहीं अलाव की व्यवस्था नहीं है की गई है जिस कारण न केवल दुकानदार जो रात में दुकान खोलते हैं बल्कि सड़कों से गुजरने वाले लोग भी सर्दी के चलते खासे परेशान हैं दुकानदार अपने खर्चो पर अलाव जलवाने को मजबूर है इन लोगों का कहना है कि इस ठंड में लोगों को काफी परेशानी हो रही है पिछले साल हर चौक चौराहे पर लकड़ी डाली गई थी मगर इस बार नगर निगम की तरफ से ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है ठंड से बचने के लिए हम अपनी तरफ से ही लकड़ियों की व्यवस्था कर रहे हैं हम चाहते हैं नगर निगम और प्रशासन हर चौराहे पर लकड़ियों की व्यवस्था करें जिससे आने वाले यात्रियों को और स्थानीय लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े क्योंकि इस वक्त हरिद्वार में बहुत ठंड पड़ रही है

बाइट--पप्पू-- स्थानीय निवासी

यात्रियों की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी भी कड़कड़ाती ठंड से ठिठुरने को मजबूर है लेकिन शायद नगर निगम के अधिकारियों को कप कपाती ठंड नजर नहीं आ है खून जमा देने वाली इस सर्द रातों में बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा में के लिए मुस्तैद पुलिस कर्मी भी नगर निगम की व्यवस्थाओं से वंचित है बस स्टैंड पर ड्यूटी देने वाले पुलिस कर्मियों का भी कहना है कि ठंड की वजह से दिक्कत हो या ना हो पर हमें तो ड्यूटी करनी है हरिद्वार में दो-तीन दिन से ठंड काफी पढ़ रही है और अलाव जलाने की व्यवस्था हम अपने आप ही कर रहे हैं क्योंकि ठंड ज्यादा है इस वजह से परेशानी तो होती ही है

बाइट--अमित--पुलिस कर्मी

कड़कड़ाती ठंड से लोग परेशान हैं और नगर निगम पर अलाव ना डालने को लेकर आक्रोशित भी है पर नगर निगम के मुख्य नगर आयुक्त उदय सिंह राणा अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आ रहे हैं इनका कहना है कि ठंड का असर पूरे उत्तर भारत में है और हरिद्वार में भी काफी ठंड पड़ रही है मगर जब उनसे पूछा गया कि नगर निगम की तरफ से अलाव की क्या व्यवस्था की जा रही है तो इनका कहना है कि हमारे पास अब लकड़ी आई है और जो पुराना स्टॉक लकड़ियों का था हमारे द्वारा अलाव की व्यवस्था की गई है इनका कहना है कि मेरे द्वारा निरीक्षण भी किया गया था और मैंने अधिकारियों को निर्देशित किया था अलाव की व्यवस्था सभी जगह की जाए और मौके पर मेरे द्वारा कई जगह अलाव जलते हुए देखे भी गए मगर हमने जब उनसे पूछा कि हमारी टीम ने मौके का मुआयना किया है और लोगों द्वारा बताया गया है कि कहीं पर भी नगर निगम द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं की गई तो कैमरे पर ही मुख्य नगर आयुक्त साहब झूठ बोलते नजर आए आप भी सुनिए क्या कहते हैं मुख्य नगर आयुक्त

बाइट--उदय सिंह राणा--मुख्य नगर आयुक्त

वही मुख्य नगर आयोग की बात से विपरीत हरिद्वार मेयर अनीता शर्मा ने साफ कहा कि 2 दिन पहले ही मेरे पास अलाव की व्यवस्था के लिए फाइल आई थी और उस पर मैंने साइन भी कर दिए थे अब नगर निगम में अलाव के लिए लकड़ी आ गई है इस बार हरिद्वार में काफी ठंड पड़ रही है हमारे द्वारा जगह-जगह अलाव की व्यवस्था कराई जाएगी जहां पर भी अधिकारियों द्वारा जगह चिन्हित की गई है वहां पर अलाव के लिए लकड़ियां डाली जाएगी

बाइट-- अनीता शर्मा--मेयर हरिद्वार


Conclusion:हरिद्वार में ठंड ने अपना प्रकोप दिखाया हुआ है मगर प्रशासन और नगर निगम इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है हरिद्वार आने वाले यात्री हो या यहां स्थानीय निवासी ठंड की वजह से उसमें नगर निगम और प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश उत्पन्न हो रहा है अब देखना होगा कि नगर निगम और प्रशासन कब तक कुंभकरण की नींद से जागता है और हरिद्वार आने वाले यात्रियों और स्थानीय निवासियों को ठंड से राहत पहुंचाता है यह देखने वाली बात होगी
Last Updated : Dec 19, 2019, 11:06 AM IST
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