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प्रकाश ने सबसे छोटा चरखा बनाकर रचा कीर्तिमान, पेंटिंग में भी बना चुके हैं वर्ल्ड रिकॉर्ड - world smallest spining wheel

हल्द्वानी के हल्दुचौड़ गांव के रहने वाले प्रकाश उपाध्याय ने विश्व का सबसे छोटा चरखा बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है.

विश्व का बसे छोटा चरखा.
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Published : Apr 19, 2019, 11:28 PM IST

हल्द्वानी: कहते हैं प्रतिभा किसी किसमत की मोहताज नहीं होती. इसका जीता-जागता उदाहरण हैं हल्द्वानी के हल्दुचौड़ गांव के रहने वाले प्रकाश उपाध्याय. प्रकाश ने विश्व का सबसे छोटा चरखा बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है. हल्द्वानी के मेडिकल कॉलेज में कार्यरत प्रकाश उपाध्याय ने विश्व का सबसे छोटा 3.5 मीमी साइज का चरखा बनाकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर नया कीर्तिमान बनाया है.

विश्व का बसे छोटा चरखा.

बता दें कि प्रकाश उपाध्याय इससे पहले 5 रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर चुके हैं. साल 2017 में 4.5 मीमी का चरखा बनाकर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था. साल 2016 में मेरठ में आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में 3000 साथियों के साथ 1319.7 मीटर लंबी पेंटिंग बनाकर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं.

इतना ही नहीं प्रकाश उपाध्याय दुनिया की सबसे छोटी पेंसिल 0.5x0.5 मिमी बनाकर विश्व रिकॉर्ड बना चुके हैं. इसके अलावा बोतल के अंदर विश्व की सबसे छोटी शिप को बनाने का रिकॉर्ड भी प्रकाश के नाम दर्ज है. 2015 में विश्व के सबसे छोटी 3x4x4 मिमी की हस्त लिखित पुस्तक बनाकर यूनिक बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं.

प्रकाश को दिल्ली के गांधी आर्ट गैलरी में नटराज कला रत्न दिया जा चुका है. साथ ही प्रकाश इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, यूनिक बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, अशिष्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपने नाम दर्ज करा चुके हैं.

वहीं, प्रकाश का कहना है कि उनको बचपन से ही पेंटिंग बनाने का शौक है. इसके अलावा इस तरह की उपलब्धि हासिल करने की लालसा थी. जिसके लिए वे हमेशा से ही प्रयासरत रहे हैं.

हल्द्वानी: कहते हैं प्रतिभा किसी किसमत की मोहताज नहीं होती. इसका जीता-जागता उदाहरण हैं हल्द्वानी के हल्दुचौड़ गांव के रहने वाले प्रकाश उपाध्याय. प्रकाश ने विश्व का सबसे छोटा चरखा बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है. हल्द्वानी के मेडिकल कॉलेज में कार्यरत प्रकाश उपाध्याय ने विश्व का सबसे छोटा 3.5 मीमी साइज का चरखा बनाकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर नया कीर्तिमान बनाया है.

विश्व का बसे छोटा चरखा.

बता दें कि प्रकाश उपाध्याय इससे पहले 5 रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर चुके हैं. साल 2017 में 4.5 मीमी का चरखा बनाकर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था. साल 2016 में मेरठ में आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में 3000 साथियों के साथ 1319.7 मीटर लंबी पेंटिंग बनाकर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं.

इतना ही नहीं प्रकाश उपाध्याय दुनिया की सबसे छोटी पेंसिल 0.5x0.5 मिमी बनाकर विश्व रिकॉर्ड बना चुके हैं. इसके अलावा बोतल के अंदर विश्व की सबसे छोटी शिप को बनाने का रिकॉर्ड भी प्रकाश के नाम दर्ज है. 2015 में विश्व के सबसे छोटी 3x4x4 मिमी की हस्त लिखित पुस्तक बनाकर यूनिक बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं.

प्रकाश को दिल्ली के गांधी आर्ट गैलरी में नटराज कला रत्न दिया जा चुका है. साथ ही प्रकाश इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, यूनिक बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, अशिष्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपने नाम दर्ज करा चुके हैं.

वहीं, प्रकाश का कहना है कि उनको बचपन से ही पेंटिंग बनाने का शौक है. इसके अलावा इस तरह की उपलब्धि हासिल करने की लालसा थी. जिसके लिए वे हमेशा से ही प्रयासरत रहे हैं.

Intro:सलग- विश्व का सबसे छोटा चरखा प्रकाश ने बना कर थोड़े अपने ही रिकॉर्ड
रिपोर्ट-भावनाथ पंडित /हल्द्वानी
एंकर- बचपन से ही कुछ अलग कर गुजरने की तमन्ना और कड़ी मेहनत के सहारे हल्द्वानी के हल्दुचौड़ गांव के रहने वाले प्रकाश उपाध्याय ने विश्व का सबसे छोटा चरखा बनाकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ कीर्तिमान स्थापित किया है। हल्द्वानी की मेडिकल कॉलेज में कार्यरत प्रकाश उपाध्याय के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज है लेकिन इस बार उन्होंने विश्व का सबसे 3.5 मीमी साइज का चरखा बनाकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है। प्रकाश ने इससे पहले 2017 में 4.5 मीमी का चरखा बना लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था। दोबारा से प्रकाश की नई उपलब्धि लिम्का बुक रिकॉर्ड म 2019 में अब दर्ज हो गया है।



Body:प्रकाश उपाध्याय से तो हल्द्वानी के हल्दुचौड़ गांव के रहने वाले हैं लेकिन हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में पैथोलॉजी विभाग में आर्टिस के पद पर हैं। प्रकाश उपाध्याय ने इससे पहले 5 रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर चुके हैं। 2016 में मेरठ में आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में 3000 साथियों के साथ 1319.7 मीटर लंबी पेंटिंग बनाकर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं, 2017 में विश्व का सबसे छोटा चरखा बना चुके हैं 2015 में विश्व के सबसे छोटी हस्त लिखित पुस्तक का हनुमान चालीस 3x4 x4 मीमी बनाकर यूनिक बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं। दुनिया की सबसे छोटी पेंसिल 0.5x0.5 मी मी बनाकर विश्व रिकॉर्ड बना चुके हैं इसके अलावा प्रकाश ने बोतल के अंदर विश्व की सबसे छोटी शिप को बनाकर रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर चुके हैं।
प्रकाश उपाध्याय को पेंटिंग का भी बहुत बड़ा शौक है। प्रकाश को दिल्ली के गांधी आर्ट गैलरी में सम्मान नटराज कला रत्न दिया जा चुका है। प्रकाश के नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, यूनिक बुक ऑफ रिकॉर्ड ,लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड , अशिष्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं।


Conclusion:प्रकाश का कहना है कि उनको बचपन से ही पेंटिंग बनाने का शौक के अलावा इस तरह की उपलब्धि हासिल करने की लालसा थी जिसके लिए वह इस तरह का काम करते आ रहे हैं।

बाइट- प्रकाश उपाध्याय आर्टिस्ट
कहते हैं प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती जिसका जीता जागता उदाहरण प्रकाश उपाध्याय हैं पहले भी प्रकाश ने 5 रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं एक बार फिर नया कीर्तिमान बना चुके प्रकाश हल्द्वानी सहित उत्तराखंड के लिए मिसाल बने हुए हैं।
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