हल्द्वानी: शहर की जेल में कैदियों से सीधी मुलाकात बंद हो गई है. कोविड 19 की तीसरी लहर और बढ़ते ओमीक्रोन के खतरे के बीच उत्तराखंड शासन ने प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों से अब सीधी मुलाकात बंद करने के आदेश जारी किए हैं. शासन के निर्देश के बाद हल्द्वानी जेल प्रशासन ने अब कैदियों के परिजनों से सीधी मुलाकात को तत्काल बंद कर दिया है.
कुमाऊं की सबसे बड़ी हल्द्वानी जेल के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जिलों के बंदियों के परिजन अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मुलाकात कर सकेंगे. अग्रिम आदेशों तक इसी तरह की व्यवस्था चलेगी.
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हल्द्वानी उप कारागार के जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा ने बताया कि शासन और जेल आईजी के निर्देश के बाद जेल में बंदियों से सीधी मुलाकात अब बंद कर दी गई है. उन्होंने बताया कि लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए शासन ने ये निर्णय लिया है. जेल आईजी के आदेश पर बंदियों से मुलाकात करने वाले घर बैठे ही पंजीकरण के साथ-साथ एप डाउनलोड कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से वर्चुअी मुलाकात कर सकेंगे.
इसको लेकर जेल में तैयार किए गए कक्ष से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुलाकात कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि पूर्व में भी यह व्यवस्था चल रही थी. लेकिन संक्रमण कम होने के बाद सीधी मुलाकात शुरू कर दी गई थी. अब शासन के आदेश के बाद फिर एक बार कैदियों से सीधी मुलाकात को बंद किया गया है.
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हल्द्वानी जेल में इस समय हैं 1700 कैदी: हल्द्वानी जेल के अधीक्षक सतीश सुखीजा ने बताया कि वर्तमान समय में हल्द्वानी जेल में 1700 कैदी बंद हैं. सामान्य दिनों में रोजाना करीब सौ से डेढ़ सौ कैदियों की मुलाकात होती थी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 30 से 40 कैदियों के ही मुलाकात हो पाएगी. दरअसल कई कैदियों के परिजनों के पास एंड्राइड मोबाइल नहीं हैं, या उनको डिजिटल की जानकारी नहीं है. ऐसे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कम से कम कैदियों की मुलाकात हो सकेगी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केवल उन कैदियों के परिजनों की मुलाकात हो सकेगी जिन परिजनों का मोबाइल नंबर जेल में रजिस्टर्ड होगा.