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बिना फैकल्टी चल रहा मेडिकल कॉलेज, प्रिंसिपल और सुपरिटेंडेंट संभाल रहे एक से अधिक पद

जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की भारी कमी के चलते एमबीबीएस के छात्रों को पढ़ाई में समस्याएं हो रही हैं. कॉलेज में रेडियोलॉजी विभाग में प्रोफेसर और असिस्टेंस प्रोफेसर का पद खाली है. सरकार को इससे संबंधित प्रस्ताव भेजा गया है.

हल्द्वानी के राजकीय मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की भारी कमी.
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Published : Aug 21, 2019, 5:11 PM IST

हल्द्वानी: जनपद के राजकीय मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की भारी कमी है. चार विभागों में रिक्त पदों पर फैकल्टी की विषेश जरूरत है. लंबे अरसे के बाद भी फैकल्टी की समस्या का निदान सरकार नहीं कर पाई है. जिससे खासा असर मेडिकल कॉलेज और मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र को उठानी पड़ रही है.

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बता दें कि हल्द्वानी के राजकीय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों को असुविधा हो रही है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के कई बार कॉलेज का निरीक्षण के दौरान फैकल्टी की कमी के लिए चेतावनी भी जारी की गई, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.

वहीं, विभाग में अभी भी 5 से 6 पद रिक्त हैं. मेडिकल कॉलेज में बायोकेमिस्ट विभाग में प्रोफेसर का पद खाली पड़ा हुआ है. रेडियोलॉजी विभाग में प्रोफेसर, असिस्टेंस प्रोफेसर और सीनियर रेजिडेंट का खाली है. जनरल मेडिकल विभाग में सीनियर असिस्टेंट की कमी है.

फॉरेंसिक विभाग के विभागाध्यक्ष सीपी भैसोड़ा के पास मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का चार्ज भी है. इसके अलावा पोस्टमार्टम करने की जिम्मेदारी भी अकेले उनके ही पास है. मेडिसन विभाग भी सुशीला तिवारी अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट के भरोसे चल रहा है, इसके अलावा वे ओपीडी भी देख रहे हैं और मेडिकल कॉलेज में मेडिसन की क्लासेज भी लेते हैं.

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विभागाध्यक्ष सीपी भैसोड़ा ने बताया कि सरकार को प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों को भरने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. जल्द ही भर्तियां कर ली जाएंगी.

हल्द्वानी: जनपद के राजकीय मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की भारी कमी है. चार विभागों में रिक्त पदों पर फैकल्टी की विषेश जरूरत है. लंबे अरसे के बाद भी फैकल्टी की समस्या का निदान सरकार नहीं कर पाई है. जिससे खासा असर मेडिकल कॉलेज और मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र को उठानी पड़ रही है.

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बता दें कि हल्द्वानी के राजकीय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों को असुविधा हो रही है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के कई बार कॉलेज का निरीक्षण के दौरान फैकल्टी की कमी के लिए चेतावनी भी जारी की गई, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.

वहीं, विभाग में अभी भी 5 से 6 पद रिक्त हैं. मेडिकल कॉलेज में बायोकेमिस्ट विभाग में प्रोफेसर का पद खाली पड़ा हुआ है. रेडियोलॉजी विभाग में प्रोफेसर, असिस्टेंस प्रोफेसर और सीनियर रेजिडेंट का खाली है. जनरल मेडिकल विभाग में सीनियर असिस्टेंट की कमी है.

फॉरेंसिक विभाग के विभागाध्यक्ष सीपी भैसोड़ा के पास मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का चार्ज भी है. इसके अलावा पोस्टमार्टम करने की जिम्मेदारी भी अकेले उनके ही पास है. मेडिसन विभाग भी सुशीला तिवारी अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट के भरोसे चल रहा है, इसके अलावा वे ओपीडी भी देख रहे हैं और मेडिकल कॉलेज में मेडिसन की क्लासेज भी लेते हैं.

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विभागाध्यक्ष सीपी भैसोड़ा ने बताया कि सरकार को प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों को भरने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. जल्द ही भर्तियां कर ली जाएंगी.

Intro:sammry- राजकीय मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर की भारी कमी।( इस खबर में फीड मेल से उठाये)

एंकर- राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में फैकल्टी की भारी कमी है। खासकर 4 विभाग खींचतान कर चल रहे हैं ।लंबे अरसे के बाद भी फैकल्टी की समस्या का निदान सरकार नहीं कर पाई है जिससे खासा असर मेडिकल कॉलेज और मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र को ऊपर पड़ रहा है।


Body:हल्द्वानी की राजकीय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों के ऊपर संकट गहरा रहा है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के कई बार कॉलेज का निरीक्षण के दौरान फैकल्टी की कमी के लिए चेतावनी भी जारी की गई लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
विभाग में अभी भी 5 से 6 पद रिक्त चल रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में बायोकेमिस्ट विभाग में प्रोफेसर नहीं है। रेडियोलॉजी विभाग में प्रोफेसर असिस्टेंस प्रोफेसर और सीनियर रेजिडेंट नहीं है। जनरल मेडिकल विभाग में सीनियर असिस्टेंट की कमी है।

फॉरेंसिक विभाग के विभागाध्यक्ष सीपी भैसोडा के पास मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का चार्ज भी है। इसके अलावा पोस्टमार्टम करने की जिम्मेदारी भी अकेले उनके ही पास है। मेडिसन विभाग भी एक ही आदमी के भरोसे चल रहा है जो सुशीला तिवारी अस्पताल में मेडिकल सुपरिटेंडेंट भी है इसके अलावा ओपीडी भी देख रहे हैं और मेडिकल कॉलेज में मेडिसन की पढ़ाई भी करा रहे हैं।


Conclusion:मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सीपी भैसोड़ा के मुताबिक सरकार को प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों के लिए प्रस्ताव गया है उम्मीद की जा रही थी जल्दी कुछ हद तक है कल की समस्या सुबह जाएगी।

बाइट -सीपी भैसोड़ा प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी
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