देहरादून: त्रिवेंद्र सरकार के बजट सत्र को लेकर एक बार फिर से गैरसैंण चर्चाओं में आ गया है. प्रदेश की क्षेत्रीय पार्टी यूकेडी ने सरकार से गैरसैंण में शहीद स्मारक बनाने की मांग की है. यूकेडी का कहना है कि गैरसैंण में राज्य आंदोलनकारी शहीदों का स्मारक बनाकर उनके सपनों को पूरा किया जाए. इसके साथ ही यूकेडी ने 3 मार्च को बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा घेराव की बात कही है.
यूकेडी केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने आरोप लगाया कि 20 सालों में उत्तराखंड में स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाएं लगातार बदहाल हुई हैं. बदहाली के कारण लगातार स्कूल बंद हो रहे हैं. अब तक 3000 स्कूल बंद होने की कगार पर हैं. उन्होंने कहा कि सरकार केवल जुमलेबाजी में लगी है, उसे जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है. भट्ट ने कहा कि प्रदेश में भाई भतीजावाद, भ्रष्ट नौकरशाहों और सरकारी ठेकेदारों का गठबंधन बना हुआ है, जोकि मिलकर बजट को ठिकाने लगा रहे हैं. प्रदेश की जीडीपी लगातार गिर रही है, मगर सरकार इस मामले में निश्चिंत है.
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यूकेडी केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने कहा कि अगर सरकार ईमानदार है तो गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित करे. भट्ट ने बताया कि 20 तारीख के बाद उत्तराखंड क्रांति दल कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में जन चेतना जगाने का काम करेगा.