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आज PM मोदी करेंगे केदारनाथ-बदरीनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक - PM Narendra modi dream project

उत्तराखंड में केदारनाथ का पुनर्निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. 2013 की आपदा में केदारनाथ धाम को बहुत नुकसान पहुंचा था. केंद्र में सत्ता में आने के बाद लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

PM मोदी करेंगे केदारनाथ-बदरीनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक
PM मोदी करेंगे केदारनाथ-बदरीनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक
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Published : Aug 17, 2021, 12:38 PM IST

Updated : Aug 17, 2021, 2:44 PM IST

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 7.00 बजे केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों और बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान को लेकर वर्चुअल समीक्षा बैठक करेंगे. इस बैठक में सीएम पुष्कर धामी, मुख्य सचिव एसएस संधू के अलावा निर्माण कार्यों से जुड़े विभागीय अधिकारी मौजूद रहेंगे. साथ ही इस बैठक में पीएम मोदी उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को लेकर बनाई जा रही योजनाओं की जानकारी भी लेंगे.

उत्तराखंड में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. साथ वह समय-समय पर इसकी जानकारी और डेवलपमेंट के अपडेट्स लेते रहते हैं. इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने भविष्य की जरूरतों के लिए बदरीनाथ धाम के लिए भी मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिये थे.

केदारनाथ की तस्वीर पुनर्निर्माण के कार्य शुरू होने के बाद काफी बदल चुकी है. धाम में पुनर्निर्माण का कार्य आज भी जारी हैं. धाम के लिए गौरीकुण्ड से केदारनाथ पैदल मार्ग को तैयार किया गया. आपदा के बाद ध्वस्त हो चुके 16 किमी. पैदल मार्ग को दूसरी जगह से तैयार कर 18 किमी. का बनाया, जो अब काफी सुगम और राहत भरा है.

आपदा के बाद भीमबली से केदारनाथ तक 10 किमी नया रास्ता तैयार किया गया. जिसमें छोटी लिनचोली, लिनचोली, रुद्रा प्वांइट, समेत कई छोटे बाजार बन चुके हैं. केदारनाथ पैदल मार्ग भी पहले के मुकाबले काफी अच्छा व सुरक्षित हो गया है. पूरे मार्ग पर रेलिंग लगाई गई हैं, जबकि मार्ग भी तीन से चार मीटर तक चौड़ा किया गया है. लिनचोली, छोटी लिनचोली, रुद्रा प्वांइट, समेत कई पड़ाव विकसित कर यहां यात्रियों के रहने के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं.

ऑलवेदर प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे: आपदा के समय गौरीकुंड हाइवे रुद्रप्रयाग से लेकर गौरीकुंड तक कई स्थानों पर पूरी तरह बह गया था. अब इस हाइवे को ऑलवेदर रोड के तहत बनाया जा रहा है. इसमें कटिंग का कार्य पूरा हो चुका है. यहां पर यात्रियों के रहने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं जुटाई गई हैं. सात हजार यात्री यहां पर रह सकते हैं. इसके अलावा केदारनाथ धाम में आपदा के बाद हेलीपेड निर्माण, मंदिर परिसर, आस्था पथ, मंदाकिनी पुल निर्माण, पांच तीर्थ पुरोहित भवनों के साथ ही मंदाकिनी व सरस्वती नदी के किनारे सुरक्षा दीवार का निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है.

केदारधाम में हो रहे कई काम: केदारधाम में अभी भी शंकराचार्य समाधि स्थल, तीर्थ पुरोहित भवन, अस्पताल, पुलिस भवन के साथ ही अन्य कार्य हो रहे हैं. जिनका कार्य प्रगति पर है. धाम में मौसम खराब होने से कार्य समय पर नहीं हो पाते हैं. इन दिनों धाम में वुड स्टोन कंपनी शंकराचार्य समाधि स्थल व डीडीएमए की ओर से अस्पताल भवन, पुलिस चैकी का कार्य किया जा रहा है.

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 7.00 बजे केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों और बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान को लेकर वर्चुअल समीक्षा बैठक करेंगे. इस बैठक में सीएम पुष्कर धामी, मुख्य सचिव एसएस संधू के अलावा निर्माण कार्यों से जुड़े विभागीय अधिकारी मौजूद रहेंगे. साथ ही इस बैठक में पीएम मोदी उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को लेकर बनाई जा रही योजनाओं की जानकारी भी लेंगे.

उत्तराखंड में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. साथ वह समय-समय पर इसकी जानकारी और डेवलपमेंट के अपडेट्स लेते रहते हैं. इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने भविष्य की जरूरतों के लिए बदरीनाथ धाम के लिए भी मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिये थे.

केदारनाथ की तस्वीर पुनर्निर्माण के कार्य शुरू होने के बाद काफी बदल चुकी है. धाम में पुनर्निर्माण का कार्य आज भी जारी हैं. धाम के लिए गौरीकुण्ड से केदारनाथ पैदल मार्ग को तैयार किया गया. आपदा के बाद ध्वस्त हो चुके 16 किमी. पैदल मार्ग को दूसरी जगह से तैयार कर 18 किमी. का बनाया, जो अब काफी सुगम और राहत भरा है.

आपदा के बाद भीमबली से केदारनाथ तक 10 किमी नया रास्ता तैयार किया गया. जिसमें छोटी लिनचोली, लिनचोली, रुद्रा प्वांइट, समेत कई छोटे बाजार बन चुके हैं. केदारनाथ पैदल मार्ग भी पहले के मुकाबले काफी अच्छा व सुरक्षित हो गया है. पूरे मार्ग पर रेलिंग लगाई गई हैं, जबकि मार्ग भी तीन से चार मीटर तक चौड़ा किया गया है. लिनचोली, छोटी लिनचोली, रुद्रा प्वांइट, समेत कई पड़ाव विकसित कर यहां यात्रियों के रहने के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं.

ऑलवेदर प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे: आपदा के समय गौरीकुंड हाइवे रुद्रप्रयाग से लेकर गौरीकुंड तक कई स्थानों पर पूरी तरह बह गया था. अब इस हाइवे को ऑलवेदर रोड के तहत बनाया जा रहा है. इसमें कटिंग का कार्य पूरा हो चुका है. यहां पर यात्रियों के रहने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं जुटाई गई हैं. सात हजार यात्री यहां पर रह सकते हैं. इसके अलावा केदारनाथ धाम में आपदा के बाद हेलीपेड निर्माण, मंदिर परिसर, आस्था पथ, मंदाकिनी पुल निर्माण, पांच तीर्थ पुरोहित भवनों के साथ ही मंदाकिनी व सरस्वती नदी के किनारे सुरक्षा दीवार का निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है.

केदारधाम में हो रहे कई काम: केदारधाम में अभी भी शंकराचार्य समाधि स्थल, तीर्थ पुरोहित भवन, अस्पताल, पुलिस भवन के साथ ही अन्य कार्य हो रहे हैं. जिनका कार्य प्रगति पर है. धाम में मौसम खराब होने से कार्य समय पर नहीं हो पाते हैं. इन दिनों धाम में वुड स्टोन कंपनी शंकराचार्य समाधि स्थल व डीडीएमए की ओर से अस्पताल भवन, पुलिस चैकी का कार्य किया जा रहा है.

Last Updated : Aug 17, 2021, 2:44 PM IST
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