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छात्रवृत्ति को लेकर हजारों छात्र परेशान, जानिए क्या है वजह

देहरादून में लगभग छह हजार छात्रों को छात्रवृत्ति गवांने का डर सता रहा है. समाज कल्याण विभाग ने वर्ष 2019-20 की छात्रवृत्ति के आवेदन शुरू कर दिए हैं, लेकिन स्कॉलरशिप पोर्टल पर रिन्यूअल का विकल्प गायब है.

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Published : Oct 15, 2019, 1:54 AM IST

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देहरादून: उत्तराखंड समाज कल्याण विभाग में अपनी जिम्मेदारियों को लेकर गंभीर नहीं है. जिसका ताजा उदाहरण छात्रवृत्ति के लिए प्रयोग की जाने वाली ई-स्कॉलरशिप पोर्टल है. इस पोर्टल पर आवेदन की अंतिम तिथि नजदीक होने के बावजूद साइट से रिन्यूअल का ऑप्शन गायब है. जिस कारण पिछले वर्ष के पात्र छात्र आवेदन नहीं कर पा रहे हैं.

बता दें कि उत्तराखंड समाज कल्याण विभाग के तहत दी जाने छात्रवृत्ति के आवेदन के लिए एक मात्र ऑनलाईन वेबसाईट में खामी चल रही है. छात्रवृत्ति के आवेदन के लिए 15 अक्टूबर अंतिम तिथि है और ई स्कॉलरशिप की वेबसाइट पर रिन्यूअल का ऑप्शन गायब है. जिसकी वजह से नए छात्र तो आवेदन कर पा रहे हैं. लेकिन जिस छात्र ने पिछली बार छात्रवृत्ति ली है, वे इस बार आवेदन नहीं कर पा रहा हैं.

पढ़ें: भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को सपत्नीक 2019 का अर्थशास्त्र का नोबेल

यह हाल तब है जब देहरादून जिले में करीब आठ हजार छात्र दशमोत्तर छात्रवृत्ति के लाभार्थी हैं. जिनमें करीब 6 हजार ऐसे छात्र हैं जिन्होंने पिछले साल छात्रवृत्ति ली थी या जो पहले से पोर्टल में पंजीकृत है. ऐसे में रिन्यूअल का विकल्प वेबसाइट से गायब होने के कारण छात्र परेशान हैं.

देहरादून: उत्तराखंड समाज कल्याण विभाग में अपनी जिम्मेदारियों को लेकर गंभीर नहीं है. जिसका ताजा उदाहरण छात्रवृत्ति के लिए प्रयोग की जाने वाली ई-स्कॉलरशिप पोर्टल है. इस पोर्टल पर आवेदन की अंतिम तिथि नजदीक होने के बावजूद साइट से रिन्यूअल का ऑप्शन गायब है. जिस कारण पिछले वर्ष के पात्र छात्र आवेदन नहीं कर पा रहे हैं.

बता दें कि उत्तराखंड समाज कल्याण विभाग के तहत दी जाने छात्रवृत्ति के आवेदन के लिए एक मात्र ऑनलाईन वेबसाईट में खामी चल रही है. छात्रवृत्ति के आवेदन के लिए 15 अक्टूबर अंतिम तिथि है और ई स्कॉलरशिप की वेबसाइट पर रिन्यूअल का ऑप्शन गायब है. जिसकी वजह से नए छात्र तो आवेदन कर पा रहे हैं. लेकिन जिस छात्र ने पिछली बार छात्रवृत्ति ली है, वे इस बार आवेदन नहीं कर पा रहा हैं.

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यह हाल तब है जब देहरादून जिले में करीब आठ हजार छात्र दशमोत्तर छात्रवृत्ति के लाभार्थी हैं. जिनमें करीब 6 हजार ऐसे छात्र हैं जिन्होंने पिछले साल छात्रवृत्ति ली थी या जो पहले से पोर्टल में पंजीकृत है. ऐसे में रिन्यूअल का विकल्प वेबसाइट से गायब होने के कारण छात्र परेशान हैं.

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एंकर- उत्तराखंड समाज कल्याण विभाग के तहत दी जाने छात्रवृत्ति के आवेदन के लिए एक मात्र ऑनलाईन वेबसाईट में खामी चल रही है। गंभीर विषय यह है कि 15 अक्टूबर आवेदन की अंतिम तिथि है और ई स्कॉलरशिप की वेबसाइट पर रिन्युअल का ऑप्शन गायब है जिसकी वजह से नया छात्र तो आवेदन कर पायेगा लेकिन जिया छात्र ने पिछली बात छात्रवृत्ति ली है वो इस बार आवेदन नही कर पा रहा है।


Body:वीओ- घटालों के नाम से जाना जाने वाला समाज कल्याण विभाग में अभी भी अपनी जिम्मेदारियों को लेकर विभाग गंभीर नही है। जिसका सबसे ताजा और बड़ा उदाहरण छात्रवृत्ति के लिए प्रयोग की जाने वाली ई-स्कॉलरशिप पोर्टल है। इस पोर्टल पर आवेदन की अंतिम तिथि नजदीक होने के बावजूद भी साइट पर रिनीवल का ऑप्शन गायब है।

ऐसे में प्रदेश के तकरीबन 6 हजार ऐसे छात्र जिन्होंने पिछले साल छात्रवृत्ति ली थी या जो पहले से पोर्टल में पंजीकृत है उसके लिए रिन्विवल का विकल्प वेबसाइट पर नही है जिसकी वजह से छात्र परेशान है।


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