देहरादून: जिले भर की विभिन्न संस्थाओं ने शुक्रवार को 'हम साथ है' के बैनर तले सीपीयू उपनिरीक्षक को तत्काल हटाने की मांग को लेकर एसएसपी कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि 4 जून को सीपीयू उपनिरीक्षक शैलेंद्र सिंह और उसके साथी कुलदीप सैनी ने पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष के साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार किया था. जिसकी शिकायत दर्ज कराने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र आनंद ने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पास मारपीट के ठोस सीसीटीवी फुटेज होने के बावजूद पुलिस इस ओर कोई कार्रवाई न करके केवल जांच की बात कर रही है. इस दौरान रविंद्र ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोनों सीपीयू कर्मियों को जल्द ही बर्खास्त नहीं किया तो न्यायालय की शरण में जाएंगे.
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हालांकि, इस मामले को लेकर रविंद्र आनंद 4 जून की रात को ही सीओ ट्रैफ़िक को प्रार्थना पत्र दे चुके हैं. जिस पर सीओ ट्रैफिक ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया था. लेकिन आश्वासन से असंतुष्ट रविंद्र ने आज सीपीयू उपनिरीक्षक के निलंबन करने को लेकर दर्जनों लोगों के साथ एसएसपी कार्यालय का घेराव किया.
क्या है पूरा मामला
रविंद्र आनंद की माने तो 4 जून की शाम वे एक चालान का भुगतान करने ट्रैफिक ऑफिस जा रहे थे. इस दौरान सीपीयू कर्मियों ने उन्हें रेसकोर्स में रोक लिया और ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने के लिए कहा गया. रविंद्र आनंद के पास लाइसेंस न होने पर उन्होंने सीपीयू कर्मियों को नियम अनुसार उनका चालान करने के लिए कहा. लेकिन वह नहीं माने और गाड़ी सीज करने की बात कहकर बहस करने लगे. इसी बीच सीपीयू कर्मियों ने गाड़ी की चाबी निकालने की कोशिश की और हाथापाई के दौरान उनका कुर्ता फट गया और घड़ी भी टूट गई.