देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक बार फिर से केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. हरीश रावत ने देश की जीडीपी में आ रही गिरावट पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. हरीश रावत ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार जो कदम उठा रही है वो नाकाफी हैं. हरीश रावत ने कहा कि देश के हालातों को देखकर ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में देश की जीडीपी में अभी और गिरावट आएगी.
जीडीपी में आ रही गिरावट के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए हरीश रावत ने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवालिया निशान खड़े किए हैं. हरीश रावत ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण आज देश में बेराजगारी चरम सीमा पर है. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी ने सरकार को इसके दुष्परिणामों से चेताया था, लेकिन उसके बदले राहुल गांधी के खिलाफ कैंपेन चलाया गया था.
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हरीश रावत ने कहा कि उस दौरान मनमोहन सिंह ने कहा था कि यह एक संगठित लूट और अर्थव्यवस्था के खिलाफ गंभीर अपराध है, वो बिल्कुल सही साबित हो रहा है. वर्तमान में असंगठित क्षेत्र पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. कृषि क्षेत्र में उदासी और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की हालत बेहद खराब बनी हुई है. यहां तक कि सर्विसेज सेक्टर का ग्राफ इससे पहले कभी इतना नीचे नहीं गया.
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उन्होंने कहा कि इस समय अर्थव्यवस्था ऐसे खराब चक्र में फंस चुकी है, जिससे बाहर निकलने का मोदी सरकार के पास कोई रास्ता नहीं दिखाई दे रहा है. हरीश रावत ने सरकारी बैंकों के विलय को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि टुकड़े- टुकड़े में बैंकों का मर्जर किया जा रहा है, जिससे स्थिति और खराब होती जा रही है. ऐसे में सरकार समझ नहीं पा रही कि इस स्थिति से कैसे उबरा जाए.