देहरादून: आम आदमी पार्टी 2022 के चुनावों को देखते हुए सैनिक वोटरों को साध रही है. आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किए गए सेवानिवृत्त कर्नल अजय कोठियाल ने अर्धसैनिक बलों के जवानों को पूर्व सैनिकों की भांति सुविधाएं दिए जाने का मामला उठाया है.
उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल पूर्व सैनिकों के साथ राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा अर्धसैनिक बलों से जुड़े सैनिकों की 2014 से लंबित मांगें आज तक पूरी नहीं हो पाई हैं. भाजपा और कांग्रेस ने दोनों ने मिलकर अर्धसैनिक बलों के पूर्व जवानों की अनदेखी की है.
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2014 से अभी तक कांग्रेस और भाजपा की सरकारों ने सत्ता संभाली लेकिन इनके लिए कुछ करने की इच्छा शक्ति नहीं रखी. उन्होंने कहा आज भी अर्धसैनिक बलों से सेवानिवृत्त हुए सैनिकों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है.
कर्नल कोठियाल का कहना है कि 8 फरवरी 2014 में और सैनिक बलों के लिए अलग से निदेशालय खोलने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कैबिनेट में शासनादेश जारी किया था, ताकि अर्धसैनिक बल के सैनिकों और पूर्व सैनिकों को सुविधाएं मिल सकें. इसके बाद भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के कार्यकाल में भी इन्हें सिर्फ आश्वासन मिला, किंतु जब काफी प्रयासों के बाद इस निदेशालय का गठन हुआ तो 2014 में जो मांगें शासनादेश के दौरान रखी गई थी, वह आज तक पूरी नहीं हो पाई.
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कर्नल अजय कोठियाल का कहना है कि सेना का सैनिक हो या फिर अर्धसैनिक बल का जवान. उनकी पार्टी हर सैनिक को देश भक्त मानते हुए उनका सम्मान करती है. उन्होंने मांग उठाते हुए कहा कि जो सुविधाएं सैनिक, पूर्व सैनिक विधवाओं तथा परिवार के सदस्य को मिला करती हैं.
उसी प्रकार सरकार पैरामिलिट्री, पूर्व अर्धसैनिक, विधवाओं तथा परिवार के सदस्यों को भी यह सुविधाएं मिलनी चाहिए. आम आदमी पार्टी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पैरामिलिट्री फोर्स से रिटायर्ड जवानों को अपनी मांगों के लिए भटकना पड़े तो आम आदमी पार्टी उनके साथ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेगी.