मसूरी: विधायक गणेश जोशी ने मसूरी में पत्रकारों से बात करते हुए साफ कर दिया कि प्रदेश सरकार ने श्राइन बोर्ड को लेकर जो फैसले लिया है वो बिल्कुल सही है. उन्होंने कहा कि श्राइन बोर्ड के गठन के बाद उत्तराखंड के तीर्थस्थलों का विकास होगा. जिसमें पुरोहित और धर्मगुरु अपने सुझाव सरकार को दे सकते हैं. जिससे उनको भी बोर्ड में शामिल किया जा सके.
बता दें कि सरकार के श्राइन बोर्ड गठन के निर्णय के बाद से तीर्थ पुरोहित और धर्मगुरु इसका विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि चारों धामों की अपनी विशिष्ट पूजा पद्धतियां है. धार्मिक मान्यताओं से लेकर अन्य मान्यताओं में भी अंतर है. एक ही मान्यताओं से इन चारों धामों के साथ अन्य धार्मिक स्थलों का संचालन कैसे हो पाएगा, यह अपने आप में बड़ा सवाल है.
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विधायक गणेश जोशी ने 4 दिसंबर से आयोजित होने वाले विधानसभा सत्र में विपक्ष से सहयोग करने की अपील की. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान विपक्ष के विधायक अहम जिम्मेदारी निभाते हैं, क्योंकि सत्ता पक्ष के विधायक सत्र के दौरान ज्यादा सवाल नहीं कर पाते हैं. जिसका फायदा प्रदेश के विकास में होता है.