देहरादून: देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का रविवार को दिल्ली के निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान तमाम राजनैतिक हस्तियां वहां मौजूद रहीं. हर कोई जेटली के किये कामों को याद करते हुए उन्हें याद कर रहा था. उत्तराखंड में भी जेटली के निधन पर शोक का माहौल है और हो भी क्यों न? जेटली ने उत्तराखंड के लिए कई ऐसे काम किये जो आज फलीभूत हो रहे हैं. उनमें से एक काम है उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को बीसीसीआई से मान्यता दिलाना. जेटली ने ही सबसे पहले इसके सुझाव दिये थे.
आज उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीसीआई से मान्यता तो मिल गयी है, लेकिन एक दौर ऐसा भी था जब जेटली क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों को इसकी तमाम बारीकियां समझाते रहते थे. वे लगातार एसोसिएशन के पदाधिकारियों को सुझाव देते रहते थे, जो अब जाकर अपने मुकाम पर पहुंचा है.
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क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने बताया कि बीसीसीआई से बैठक के दौरान उनकी मुलाकात कई बार अरुण जेटली से होती थी. उन्होंने कहा कि जेटली कई बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों को अलग-अलग बुलाकर सुझाव देते थे कि मान्यता के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं. उन्होंने बताया कि जेटली ने मान्यता पाने के लिए जरूरी सारी बारिकियों को उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन को बताया, जिसका नतीजा आज सबके सामने है.
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हीरा सिंह बिष्ट ने बताया कि अरुण जेटली बहुत ही सकारात्मक सोच के व्यक्ति थे, साथ ही वे बहुत इंटेलिजेंट लॉयर और सामाजिक थे. हीरा सिंह ने बताया कि जेटली की राजनीति में अलग ही छाप थी. उन्होंने कहा कि देश को आज उनके नेतृत्व की आवश्यकता थी, लेकिन अब वे हमारे बीच नहीं है.