नई दिल्ली: वित्त सचिव अजय भूषण पांडे ने शुक्रवार को कहा कि आयकर विभाग ने इस वित्तीय वर्ष में अब तक व्यक्तियों और व्यवसायों के बैंक खातों में लगभग 1,27,000 करोड़ रुपये का टैक्स रिफंड जारी किया है.
नई स्वचालित प्रणाली के तहत कर रिफंड का विवरण देते हुए, पांडे ने कहा कि इस प्रक्रिया ने यह सुनिश्चित किया है कि कोविड-19 महामारी के इस कठिन समय में व्यवसायों को मूल रूप से नकदी मिलती रहे.
आयकर विभाग के पास अब रिफंड की पूरी तरह से स्वचालित प्रणाली होने के कारण भुगतान सीधे करदाताओं के बैंक खातों में बिना किसी मैनुअल इंटरफेस या हस्तक्षेप के जा रहा है.
वित्त सचिव ने ईटीवी भारत को भेजे एक बयान में कहा, ''यह एक त्वरित रिफंड भुगतान प्रणाली है, जो पूरी तरह से स्वचालित और पूर्ण पारदर्शी है. आयकर विभाग ने डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) को आर्टेक्चर की तरह बनाया है, ताकि त्वरित रिफंड ट्रांसफर को बड़े पैमाने पर निर्धारित व्यक्ति के बैंक खाते में सहज तरीके से और निष्पादित किया जा सके."
उन्होंने कहा, हम साप्ताहिक रिफंड प्रणाली की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं और सार्वजनिक डोमेन में डेटा रिफंड जारी कर रहे हैं. इससे हमें करदाताओं को नकदी की सुविधा के अलावा करदाताओं और आयकर विभाग के बीच विश्वास बनाने में मदद मिलती है.
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बता दें इससे पहले वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर के कार्यालय ने भी ट्वीट करके इसकी जानकारी दी थी.
ट्वीट में कहा गया है, 39.14 लाख करदाताओं को 1,26,909 करोड़ रुपये का कर रिफंड किया गया है. इस दौरान 37,21,584 व्यक्तिगत आयकरदाताओं को 34,532 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है. वहीं 1,92,409 मामलों में 92,376 करोड़ रुपये का कॉपोर्रेट कर रिफंड जारी किया गया है. यह आंकड़ा 27 अक्टूबर, 2020 तक का है.