बागेश्वर: तहसील के तरमोली गांव में पिछले 15 दिन से पेयजल लाइन ध्वस्त पड़ी है. इस कारण ग्रामीण बारिश में भी एक किमी दूर से पानी ढोने को मजबूर हैं. अल्मोड़ा जिले से संचालित होने वाली पेयजल योजना की कोई सुध लेने वाला नहीं है. लोगों ने जन प्रतिनिधियों से मामले का संज्ञान लेकर समस्या का समाधान करने की मांग की है.
बता दें कि तहसील के अंतिम गांव तरमोली के लिए अल्मोड़ा जिले से पेयजल योजना बनी है. इस योजना से गांव के 95 परिवार अपनी प्यास बुझा रहे थे. लेकिन 15 दिन पहले हुई बारिश से सड़क ध्वस्त हो गई है. इस कारण पेयजल योजना कई जगह से क्षतिग्रस्त पड़ी है. गांव में पीने के पानी का संकट गहराता जा रहा है. ग्रामीण इसकी शिकायत बागेश्वर जल संस्थान के अलावा अल्मोड़ा में भी कर चुके हैं, लेकिन ग्रामीणों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. नौले में भी पानी की मात्रा कम होने से परेशानी और बढ़ने लगी है.
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वहीं, जिला पंचायत सदस्य चंदन रावत ने बताया कि उन्होंने ग्रामीणों की पीड़ा जल संस्थान अल्मोड़ा और बागेश्वर को बता दी है. क्षेत्रीय विधायक चंदन राम दास के संज्ञान में भी डाल दिया है. जल्द समस्या नहीं सुलझी तो जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में इसे प्राथमिकता से रखा जाएगा.
ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की दी धमकी
वहीं, गरूड़ के पोखरी ग्वाल्दे मोटर मार्ग में डामरीकरण और पुल निर्माण कार्य नहीं होने से स्थानीय ग्रामीणों में क्षेत्रीय विधायक, लोक निर्माण विभाग और प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश बना हुआ है.
बता दें कि पोखरी ग्वाल्दे मोटर मार्ग का निर्माण हुए 8 साल हो चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं हो पाया है. जिससे स्थानीय लोगों को आवाजाही करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. आक्रोशित ग्रामीणों ने आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व मोटर मार्ग में डामरीकरण और पुल निमार्ण कार्य न होने पर चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी दी है.