हरिद्वार: यूपीए सरकार में कभी भ्रष्टाचार तो कभी काले धन को लेकर आवाज उठाने वाले योग गुरु स्वामी रामदेव लंबे समय से खामोश हैं. काफी वक्त से बाबा रामदेव किसी मुद्दे पर बड़ी मुखरता के साथ बहुत कम बयान दे रहे हैं, लेकिन अब योग गुरु ने इस बात को लेकर खुलासा किया है कि वह मौजूदा सरकार के समय में शांत क्यों बैठे हैं?
2024 के बाद बात करुंगा: हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ के 30 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि, आज से 10 साल पहले वो बेहद अक्खड़ और अल्हड़ थे और कुछ भी बयान दे देते थे, लेकिन अब वो समझदार हो गए हैं. योग गुरु स्वामी रामदेव से जब वैक्सीनेशन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर वो इस मुद्दे पर कुछ बोलेंगे तो बवाल हो जाएगा, लेकिन फिर भी सच्चाई को कोई रोक नहीं सकता. रामदेव ने कहा कि अगर वैक्सीनेशन और उससे जुड़ी तमाम प्रक्रियाओं का डॉक्यूमेंटेशन हो जाता है, तो यह मौजूदा समय का सबसे बड़ा स्कैम साबित होगा. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के बाद देश में तेजी से युवाओं में हार्ट अटैक, चर्म रोग और अन्य बीमारियां फैल रही हैं. हालांकि, आगे बात न करते हुए उन्होंने कहा कि वो इस मुद्दे पर अब 2024 के बाद बात करेंगे.
बाबा रामदेव ने फिर बोला फार्मा कंपनी पर हमला: बाबा रामदेव ने एक बार फिर से फार्मा कंपनियों पर निशाना साधा है. स्वामी रामदेव ने कहा कि बड़ी हैरानी की बात है कि आज के समय में मेडिकल सिस्टम पूरी तरह से फार्मा कंपनियां चला रही हैं. जहां भी मेडिकल से जुड़ा पढ़ाया जा रहा है, उसका तमाम कंटेंट फार्मा कंपनियां बना रही हैं. ये भविष्य के लिए सही नहीं है. ये पैटर्न बदलना होगा. उन्होंने कहा कि यह लड़ाई लंबी है और वो अकेले इस लड़ाई को लड़ नहीं सकते, इसलिए इसमें जनभागिता भी जरूरी है. अगर जांच सही से हो तो दूध का दूध और पानी का पानी भी हो जाएगा.
सोशल मीडिया पर बोले रामदेव: स्वामी रामदेव ने बड़े फिल्म व क्रिकेट सेलिब्रेटी के विज्ञापनों को लेकर भी कटाक्ष किया है. योग गुरु ने कहा कि आजकल बड़े-बड़े फिल्म स्टार भी गुटखा, पान-सुपारी के ऐड कर रहे हैं. यह बिल्कुल भी सही बात नहीं है. इतना ही नहीं, स्वामी रामदेव ने इंटरनेट पर अश्लीलता परोसे जाने को लेकर फेसबुक और एक्स (पहले ट्विटर) जैसे प्लेटफार्म के मालिकों पर भी सवाल खड़े किए. रामदेव ने कहा कि ऐसे कई परिजन हैं, जो उनके पास आते हैं और यह शिकायत करते हैं. सरकारों को उनके ऊपर एक्शन लेना चाहिए और एक कानून लाना चाहिए.
मिलावटखोरों के लिए हो मृत्यु दंड: वहीं, मिलावट खोरी पर बाबा रामदेव ने कहा कि चाहे वो खाने में मिलावट खोरी हो या फिर दवाइयों में, केंद्र सरकार को इस पर कड़ा प्रहार करते हुए एक्शन लेना चाहिए. स्वामी रामदेव ने कहा कि मिलावट खोरी करने वालों को मृत्यु दंड का प्रावधान हो, तब जाकर यह मिलावट रुक सकती है. अन्यथा धीरे-धीरे यह देश को खोखला कर रही है.
मैं किसी से नहीं डरता: स्वामी रामदेव से जब ये पूछा गया कि आखिरकार वो खुलकर आज कल किसी मुद्दे पर बात क्यों नहीं कर रहे हैं, क्या उन्हें किसी का डर है? इस पर जवाब देते हुए बाबा कहते हैं कि, 'देखो स्वामी रामदेव किसी से डरता नहीं है और डर क्या होता है ये हम नहीं जानते हैं. हमने बड़ी लड़ाई लड़ी है और अब मैं खुद ये सोचता हूं की मेरे साथ बहुत से लोग जुड़े है और बहुत से लोग रोजगार कर रहे है. किसी तरह की कोई समस्या किसी को नहीं होनी चाहिए. 'मैं ऐसा काम नहीं करता कि जिससे मैं किसी से डरूं.'
ड्रग माफिया पर हमला: वहीं, स्वामी रामदेव ने एक बार फिर से ड्रग माफिया पर हमला बोलते हुए कहा कि आज हमारे पास 3000 से ज्यादा रिसर्च पेपर्स हैं, जिसमें हम यह साबित कर सकते हैं कि योग और आयुर्वेद से शरीर के अंदर जो सेल्स मर गए हैं उन्हें दोबारा से जीवित किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि हम यह दावा करते हैं कि शरीर के सेल्स और सिस्टम को ठीक किया जा सकता है. आज हमारे पास ऐसे कई मरीज भी मौजूद हैं. लगभग 5 करोड़ ऐसे लोग हैं,जिनको हमने अब तक ठीक कर दिया है, जिनको गंभीर बीमारी थी और एलोपैथी के डॉक्टर उनको यह कह चुके थे कि अब यह कहीं ठीक नहीं हो सकते.
बाबा ने अपनी यात्रा से कराया अवगत: अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए स्वामी रामदेव ने बताया कि, एक समय ऐसा भी था जब लोग योग और आयुर्वेद और रिसर्च को लेकर लोग उनका और पतंजलि योगपीठ का मजाक उड़ाते थे, लेकिन आज हम यह गर्व से कह सकते हैं कि देश और दुनिया में जितना बड़ा रिसर्च सेंटर और पूरा का पूरा सेटअप हमारे पास है. आज के समय में उतना बड़ा सेटअप किसी भी सरकार, यहां तक भारत सरकार के पास भी नहीं है. स्वामी रामदेव ने बताया कि आज हमारी सालाना रनिंग कॉस्ट लगभग 500 करोड़ रुपए की है.
लाला रामदेव कहते हैं लोग: स्वामी रामदेव आगे कहते हैं कि, आज लोग उन्हें लाला रामदेव कहते हैं जबकि हकीकत यही है कि आज तक उन्होने किसी से कोई अधिक पैसा नहीं लिया है. अब वो इन बातों का बुरा भी नहीं मानते. इतना जरूर है कि उनको गलत प्रचारित करने वाले लोग कोई और नहीं बल्कि पूंजीवादी लोग हैं और वो इनके खिलाफ हमेशा से लड़ते रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश में पतंजलि योगपीठ ऐसी पहली संस्था है जो जातिवाद से ऊपर उठकर काम कर रही है. आज पतंजलि योगपीठ में किसी भी यूनिट में कोई भी जातिवाद नहीं है, जबकि मौजूदा समय में राजनीति से लेकर किसी भी कंपनी और संस्था में कूट-कूट कर जातिवाद भरा हुआ है. बाबा रामदेव ने बताया कि पतंजलि योगपीठ सेवा के लिए कार्य करती है और हम हमेशा देश के लिए ही कार्य कर रहे हैं.
जातिगत गणना पर ये बोले बाबा: हाल ही में बिहार में हुई जातिगत गणना को लेकर स्वामी रामदेव कहते हैं कि पतंजलि योगपीठ और वह खुद यह चाहते हैं कि देश में जातिगत गणना अगर होती है तो उन लोगों को इसका लाभ मिलना चाहिए जो बहुत संख्या में है और गरीबी रेखा से नीचे हैं. आज भी समाज में कई ऐसे लोग हैं, जिनको आरक्षण नहीं मिलता और उनकी हालत ठीक नहीं है. स्वामी रामदेव ने कहा कि यह एक बड़ा मुद्दा आने वाले समय में होगा. लिहाजा सभी को इस विषय में सोचना चाहिए, क्योंकि आर्थिक और शैक्षिक रूप से जो लोग कमजोर हैं, उन्हें हर तरीके से मजबूती मिलनी चाहिए फिर वह आरक्षण हो या सरकार की तरफ से कोई भी योजना.
पतंजलि योगपीठ संस्थान के पूरे होने वाले हैं 30 साल: गौर हो कि, योग गुरु स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण द्वारा खड़े किए गए पतंजलि योगपीठ संस्थान को 30 साल पूरे होने जा रहे हैं. इस अवसर पर धर्मनगरी हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस मौके पर स्वामी रामदेव ने बताया कि पतंजलि योगपीठ अब साउथ इंडिया की तरफ भी रुख कर रही है. स्वामी रामदेव का कहना है कि, बहुत जल्द तेलंगाना, कर्नाटक और आसपास के राज्यों में पतंजलि योगपीठ कई बड़े प्रोजेक्ट लगा रही है, जिसके बाद न केवल वहां पर एंप्लॉयमेंट जनरेट होगा, बल्कि लोगों को योग और आयुर्वेद के माध्यम से स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी हासिल होगी.
ये भी पढ़ें: राजनीतिक लालसा नहीं, भारत का भविष्य संवारने वाले का दूंगा साथ : रामदेव
आयुर्वेद और योग को अपनाने वाले लोगों की संख्या 70%: इसके साथ ही स्वामी रामदेव ने कहा कि आज हमें गर्व है कि देश में आयुर्वेद और योग को अपनाने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब यह संख्या लगभग 70% हो गई है. स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि योगपीठ ने लगभग 100 करोड़ लोगों तक योग और आयुर्वेद को पहुंचाकर उन्हें लाभ पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि यह यात्रा इतनी आसान नहीं है. हमने अपना पूरा जीवन इस यात्रा में लगाया है. कई लोगों को लगता है कि आयुर्वेद और योग में इतना नाम कमाना स्वामी रामदेव के बाएं हाथ का खेल होगा जबकि ऐसा नहीं है.
ये भी पढ़ें: 'जनसंख्या नियंत्रण कानून बहुत जरूरी, देश पर पड़ रहा अतिरिक्त बोझ': बाबा रामदेव