भोपाल : विवाहेतर संबंध के चलते अक्सर पति-पत्नी के बीच में झगड़े होते, तो जरूर सुना होगा, लेकिन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इसके उलट मामला सामने आया है. यहां एक महिला ने शादी के तीन साल बाद पति की उसकी गर्लफ्रेंड से शादी कराने में मदद की. महिला ने पति को उसके पुराने प्यार से मिलाने के लिए उससे तलाक ले लिया.
दरअसल, महिला को पता चला कि उसके पति की एक गर्लफ्रेंड भी है और वह उसे साथ रखना चाहता है. इसके बाद महिला ने न केवल उनके रिलेशनशिप को स्वीकार किया, बल्कि उसने दोनों की शादी कराने में मदद भी की.
वकील ने दी जानकारी
महिला की वकील ने बताया कि पति का दिल शादी के तीन साल बाद भी अपनी पुरानी गर्लफ्रेंड से लगा रहा. ऐसे में महिला ने पति को तलाक दे दिया, ताकि वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ शादी कर सके. वह शख्स दोनों के साथ वैवाहिक संबंध बनाए रखना चाहता था, लेकिन कानूनी तौर पर यह संभव नहीं था. ऐसे में महिला ने समझदारी से काम लेते हुए पति को तलाक दे दिया, ताकि वह शादी कर सके.
महिला मित्र को नहीं खोना चाहता था पति
एडवोकेट सरिता राजानी के मुताबिक, पति महिला मित्र से भावनात्मक रूप से जुड़ गया था. पति को यह भी डर था कि उसकी महिला मित्र खुदकुशी जैसा कदम भी उठा सकती है, लिहाजा वह उसे खोना नहीं चाहता था, लेकिन पति यह तमाम बातें पत्नी को बताने से कतरा रहा था. वहीं, महिला मित्र उस शख्स की पत्नी के साथ नहीं रहना चाहती थी. लिहाजा सभी को एक साथ बुलाकर तमाम पहलुओं को रखा गया, जिसके बाद महिला ने एक दिन का समय लिया और फैसला किया कि वह पति को छोड़ देगी, ताकि दोनों शादी कर सकें.
पत्नी ने गुजारा भत्ता भी नहीं लिया
वकील के मुताबिक, महिला ने पति को तलाक देने के बाद कोई भी गुजारा भत्ता या चल-अचल संपत्ति की मांग नहीं की. उसका कहना था, जो इंसान उसे सम्मान नहीं दे सकता, उसकी संपत्ति भी नहीं चाहिए.
पहले भी आ चुके इस तरह के मामले
मध्य प्रदेश में यह कोई नया मामला नहीं है. इससे पहले भोपाल में ही साल 2019 में ऐसा मामला सामने आया था, जहां पर सात साल से विवाहित महिला ने पति को तलाक दे दिया था, ताकि वह अपनी प्रेमिका के साथ नया जीवन शुरू कर सके.
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