ऋषिकेश: बढ़ती गर्मी के साथ मुनिकी रेती क्षेत्र में व्हाइट वाटर राफ्टिंग का लुत्फ उठाने वाले पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने लगी है. बयासी, कौड़ियाला और शिवपुरी से लेकर मुनिकी रेती तक गंगा में रंग बिरंगी राफ्ट पर्यटकों को रोमांच का लुत्फ दिला रही है.
व्हाइट वाटर रिवर राफ्टिंग: देश के अलग-अलग राज्यों में जैसे-जैसे गर्मी का पारा चढ़ रहा है. वैसे-वैसे व्हाइट वाटर रिवर राफ्टिंग के रोमांच का शौक रखने वाले पर्यटक उत्तराखंड की ओर रुख कर रहे हैं. मुनिकी रेती क्षेत्र में फरवरी तक रिवर राफ्टिंग का लुत्फ उठाने वाले पर्यटकों की संख्या काफी कम थी. जो मार्च के महीने में बढ़ती हुई गर्मी के साथ करीब डेढ़ गुना बढ़ चुकी है.
मुनिकी रेती में पर्यटकों का जमावड़ा: बयासी, कौड़ियाला और शिवपुरी से लेकर मुनिकी रेती तक सैकड़ों राफ्ट में हजारों पर्यटक बैठकर रिवर राफ्टिंग का आनंद ले रहे हैं. पर्यटकों की संख्या बढ़ने से रिवर राफ्टिंग कराने वाली कंपनियों के संचालकों के चेहरे खिले हुए हैं. वहीं, अन्य व्यापारी भी पर्यटकों की आमद बढ़ने से खुश नजर आ रहे हैं. फिलहाल बिना एडवांस बुकिंग के ही पर्यटकों को राफ्ट उपलब्ध हो रही है.
गर्मी के साथ बढ़ी पर्यटकों की आमद: वहीं, जिस तेजी से पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि मार्च के अंतिम सप्ताह या अप्रैल के प्रथम सप्ताह में आने वाले पर्यटकों को एडवांस में राफ्टिंग की बुकिंग करानी पड़ेगी. दिल्ली से पहुंची अमृता सिंह ने बताया राफ्टिंग करके उन्हें काफी अच्छा लगा. हालांकि, रैपिड पर काफी खतरा दिखाई दिया, लेकिन उन्होंने इस खतरे को भी इंजॉय के रूप में लिया. लोगों को एक बार रिवर राफ्टिंग का लुत्फ अपने जीवन में जरूर उठाना चाहिए.
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राफ्टिंग का आनंद लेने पहुंच रहे पर्यटक: कानपुर से आए अनुक्रम सिंह ने बताया वह घूमने के लिए मथुरा वृंदावन आए थे, अचानक उनका प्लान गर्मी को देखते हुए रिवर राफ्टिंग का बना. जिसके बाद वह मुनिकी रेती पहुंचे. राफ्ट बुक करने के बाद शिवपुरी से मुनिकी रेती तक उन्होंने गंगा में राफ्टिंग का लुत्फ उठाया और यह रोमांच का सफर उनके लिए काफी यादगार बन गया है.
राफ्टिंग व्यवसायियों के खिले चेहरे: राफ्टिंग कारोबारियों के मुताबिक मार्च के अंतिम सप्ताह और अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक रिवर राफ्टिंग करने वाले पर्यटकों की संख्या में दो गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. वहीं, राफ्टिंग कराने वाले गाइडों की पर्यटकों ने काफी सराहना की है. पर्यटकों का कहना है कि जोखिम भरे रिवर राफ्टिंग में जिस कला के साथ गाइड ने राफ्टिंग को सुरक्षित संपन्न कराया है, वह तारीफ-ए-काबिल है.
गर्मी के साथ पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी: मूल रूप से नेपाल के रहने वाले राफ्टिंग गाइड भीम थापा ने बताया पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. गर्मी की वजह से पर्यटक रिवर राफ्टिंग के लिए मुनिकी रेती की ओर रुख कर रहे हैं. फिलहाल दिल्ली, हरियाणा, यूपी, मुंबई, बेंगलुरु और राजस्थान के पर्यटकों की संख्या रिवर राफ्टिंग के लिए अधिक देखी जा रही है.
प्रतिदिन हजारों पर्यटक कर रहे राफ्टिंग: आंकड़ों की बात करें तो शनिवार और रविवार को छोड़कर होली के बाद से प्रतिदिन गंगा में लगभग 500 से 600 राफ्ट उतर रही है. एक राफ्ट में 8 लोग राफ्टिंग करते हैं. ऐसे में प्रतिदिन लगभग 4 हजार से 5 हजार लोग राफ्टिंग का लुत्फ उठाते हैं.