नैनीताल (उत्तराखंड): उत्तराखंड के सरोवर नगरी कहे जाने वाले नैनीताल में उस वक्त पर्यटकों के जान हलक में आ गई, जब रोपवे अचानक खराब हो गई. जिसके चलते पर्यटक और स्कूल बच्चे हवा में झूलने लगे. जिससे उनके होश उड़ गए. आनन फानन में रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया. करीब एक घंटे बाद रोपवे की ट्रॉली में फंसे पर्यटकों और बच्चों का सकुशल रेस्क्यू किया गया.
हलक में अटकी 13 लोगों की जानः जानकारी के मुताबिक, नैनीताल में रोपवे की एक ट्रॉली में 6 विदेशी पर्यटक, 5 स्कूली बच्चे, एक महिला अभिभावक और एक ऑपरेटर सवार होकर हिमालय दर्शन क्षेत्र की ओर निकले. तभी रास्ते में अचानक चलते-चलते रोपवे बंद हो गई. जिससे ट्रॉली में फंसे लोगों की जान आफत में आ गई. काफी देर तक ट्रॉली हवा में झूलती रही.
इस दौरान रोपवे का संचालन कर रही संस्था कुमाऊं मंडल विकास निगम के कर्मचारियों ने तकनीकी खामियों को दूर करने का प्रयास किया, लेकिन रोपवे ठीक नहीं हो सकी. वहीं, रोपवे कर्मचारियों ने खुद ही रेस्क्यू अभियान शुरू किया. करीब एक घंटे के बाद ट्रॉली में फंसे पर्यटकों और स्कूली बच्चों समेत अन्य लोगों को रस्सियों के सहारे एक-एक नीचे उतारा गया. जिसके बाद उन्होंने राहत की सांस ली.
क्या बोले रोपवे के अधिकारी? नैनीताल रोपवे के मैनेजर शिवम शर्मा ने बताया कि रोपवे का काउंटर वेट बेयरिंग टूट गया था. जिसके चलते रोपवे का संचालन बाधित हुआ था. ट्रॉली में सवार सभी पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया है. कल पर्यटकों के लिए रोपवे बंद रहेगा. इस दौरान रोपवे के ट्रीटमेंट का काम किया जाएगा.
साल 2019 में फंसे थे 10 पर्यटकः गौर हो कि इससे पहले साल 2019 में भी एक बार रोपवे में चलते-चलते खराब हो गई थी. जिसमें 10 पर्यटक फंस गए थे. जिसके बाद स्थानीय लोगों और कुमाऊं मंडल विकास निगम के तकनीकी टीम ने करीब 3 घंटे की रेस्क्यू के बाद सभी पर्यटकों को सकुशल नीचे उतारा था. वहीं, एक बार फिर रोपवे में खराबी का मामला सामने आया है.