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देहरादून में 30 मिनट में 20 करोड़ की बड़ी लूट, ताजा हुई डकैत अंग्रेज सिंह की यादें, जिसने पुलिस के साथ उड़ाई थी सुनारों की नींदें - 20 crore robbery in Dehradun

20 crore robbery in Dehradun दून में हुये बड़े लूटकांड के बाद शातिर डकैत अंग्रेज सिंह की यादें लोगों के जहन में ताजा हो गई हैं. एक जमाने में अंग्रेज सिंह और उसका गिरोह चंद मिनटों में ही बड़े से बड़े शोरूम का शटर काट कर लूट की बड़ी बड़ी घटनाओं को अंजाम देता था.

20 crore looted from jewelery show room
ताजा हुई डकैत अंग्रेज सिंह की यादें
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 10, 2023, 7:53 PM IST

Updated : Nov 10, 2023, 9:23 PM IST

देहरादून में 30 मिनट में 20 करोड़ की बड़ी लूट

देहरादून(उत्तराखंड): राजधानी देहरादून में 9 नवंबर को घटी उत्तराखंड की सबसे बड़ी डकैती की घटना ने पूरे पुलिस प्रशासन को हिला कर रख दिया है. राजधानी ने हुई इस लूट की घटना ने शातिर अंग्रेज सिंह की यादें ताजा कर दी है. साल 2005 और 2006 मे अंग्रेज सिंह का हरिद्वार, रुड़की, यूपी, दिल्ली में आतंक था. अंग्रेज सिंह अपने साथियों के साथ मिलकर लूट का बड़ी वारदातों को अंजाम देता था. अंग्रेज सिंह के कारनामों से पुलिस, ज्वैलर्स की नींदे हमेशा उड़ी रहती थी.

20 crore looted from jewelery show room
लूटकांड की जांच में जुटी पुलिस

शातिर डकैत था अंग्रेज सिंह : राजधानी देहरादून में दिनदहाड़े हुई इस घटना ने एक बार फिर से अंग्रेज सिंह की यादें ताजा कर दी हैं. साल 2005 और 2006 में अंग्रेज सिंह का उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली में आतंक था. अंग्रेज सिंह का गिरोह चंद मिनटों में ही बड़े से बड़े शोरूम का शटर कट कर लूट की घटना को अंजाम दे देता था. अंग्रेज सिंह के कारनामों की किसी को खबर तक नहीं लगती थी. ऐसी ही लगातार घटनाएं साल 2006 में हरिद्वार के रुड़की क्षेत्र में लगातार घटती रही. पुलिस को इनसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा था. पुलिस को लगातार अंग्रेज सिंह और उसका गिरोह चुनौती दे रहा था. पुलिस की टीमें भी लगातार न केवल उत्तराखंड बल्कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र में भी गिरोह के लोगों की तलाश में खाक छान रही थी. इसके बाद भी अंग्रेज सिंह पुलिस के हाथ नहीं लग रहा था.

पढ़ें- Dehradun robbery: ज्वैलरी शो रूम से 20 करोड़ की लूट के बाद दो बाइक छोड़कर भागे थे डकैत, यूपी की फर्जी नंबर प्लेट मिली

पुलिस की गिरफ्त में आकर फिर छूटा अंग्रेज सिंह: इस बीच अंग्रेज सिंह ने कई जगहों पर वारदातों को अंजाम दिया. जिससे शहर के सुनारों की नींदें उड़ी हुई थी. इस बीच हरिद्वार पुलिस ने उत्तर प्रदेश से अंग्रेज सिंह को गिरफ्तार कर लिया. हरिद्वार पुलिस को लगा अंग्रेज सिंह गिरफ्त में आ गया है. तब मौजूदा कप्तान अभिनव सिंह ने रुड़की गंगनहर थाने में अंग्रेज सिंह को मीडिया के सामने पेश किया. अंग्रेज सिंह ने मीडिया के सामने लूट की घटनाओं का पूरा डेमो करके दिखाया.

फिल्मी अंदाज में अंग्रेज सिंह को छुड़ा ले गये साथी: अंग्रेज सिंह ने पुलिस की गिरफ्त में ही मीडिया के सामने बयान दिया था कि वह ज्यादा दिनों तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं रहेगा. साल 2006 में कुछ ऐसा ही हुआ. हरिद्वार पुलिस जब हरिद्वार कोर्ट से अंग्रेज सिंह और उसके साथियों को रुड़की जेल ले जा रही थी तभी दिल्ली हरिद्वार नेशनल हाईवे पर पुलिस की गाड़ी पर फायरिंग हुई. फिल्मी अंदाज में अंग्रेज सिंह के साथियों ने न केवल अंग्रेज सिंह को छुड़ाया बल्कि पुलिस राइफल भी छीनकर अपने साथ ले गये. इस घटना के बाद हरिद्वार सहित आसपास के जनपदों में हड़कंप मच गया. इसके बाद हरिद्वार पुलिस ने तत्काल एक और रिपोर्ट अंग्रेज सिंह के नाम से दर्ज की.

पढ़ें- राष्ट्रपति के प्रोटोकॉल में लगी रही दून पुलिस, पुलिस मुख्यालय के पीछे ही बड़ी ज्वैलरी शॉप में डकैती, करोड़ों की लूट

पुलिस एनकाउंटर में हुआ अंग्रेज सिंह का खात्मा: उस वक्त के हरिद्वार कप्तान अभिनव कुमार ने बाकायदा मीडिया में स्टेटमेंट दिया. उन्होंने कहा अंग्रेज सिंह जल्द से जल्द उनकी गिरफ्त में होगा. पुलिस ने कई टीमे बनाकर अंग्रेज सिंह की गिरफ्तारी की कोशिशें तेज की. इसके कुछ दिन बाद ही हरिद्वार पुलिस ने उत्तर प्रदेश में अंग्रेज सिंह का एनकाउंटर कर दिया. इतना ही नहीं अंग्रेज सिंह को छुड़ाने वाले उसके साथियों को भी साल 2013 में 7 साल की सजा सुनाई गई है. जिन साथियों ने अंग्रेज सिंह को छुड़वाया था उनमें जरनैल सिंह, हरजेंद्र, सोनू, कृपाल सिंह, मुख्तियार,अंग्रेज सिंह की दो पत्नी वचन कौर और रतन कौर, राजा, मंगत, सोनू शामिल थे. इन सभी को गिरफ्तार किया गया.

पढ़ें-Watch: देहरादून में राष्ट्रपति के दौरे के दौरान हुई बड़ी डकैती, सामने आया सीसीटीवी फुटेज

अंग्रेज सिंह के खात्मे के बाद लोगों ने ली राहत की सांस: पुलिस की इस कार्रवाई के बाद न केवल रुड़की बल्कि आसपास के उत्तर प्रदेश के जनपदों में भी सुनारों की दुकान में शटर टूटने और लूटपाट की घटनाएं अचानक से कम हो गई. अंग्रेज सिंह के खात्मे के बाद इस क्षेत्र में ऐसी घटनाएं ना के बराबर हुई.

पढ़ें-देहरादून ज्वैलरी शोरूम डकैती मामले में पुलिस को मिले अहम सुराग, बिहार गैंग से जुड़ा कनेक्शन!

पुलिस के लिए चुनौती बनी दून की बड़ी डकैती: इतने सालों बाद अब राजधानी देहरादून में डकैती की बड़ी घटना हुआ है. जिसने सभी को हिला कर रख दिया है.देहरादून पुलिस ने इस घटनाक्रम को एक चुनौती की तरह लिया है. राजधानी देहरादून में यह घटना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दौरे के बीच घटी. हैरानी की बात यह है की यह घटना पुलिस मुख्यालय और सचिवालय से कुछ ही दूरी पर घटी. इसलिए चिंता और भी बढ़ जाती है. देहरादून में 30 मिनट में लुटेरों ने लगभग 20 करोड़ की डकैती को अंजाम दिया. जिसके बाद सभी फरार हो गये. अब पुलिस आरोपियों की धरपकड़ की कोशिशों में जुटी है.उम्मीद जताई जा रही है कि देहरादून पुलिस राजधानी के बीचो-बीच हुई इस सबसे बड़ी डकैती के अपराधियों को पड़कर न केवल एक नजीर पेश करेगी बल्कि भविष्य में भी इस बात का बेहद ध्यान रखेगी.

20 crore looted from jewelery show room
ताजा हुई डकैत अंग्रेज सिंह की यादें

अब तक मामले में क्या कुछ हुआ: 9 नवंबर 2023 को राज्य स्थापना दिवस के मौके पर जहां एक तरफ राष्ट्रपति की सुरक्षा में पूरा पुलिस महकमा जुटा हुआ था, वहीं दूसरी ओर इसी बात का फायदा उठाकर बिहार के कुख्यात गिरोह ने देहरादून शहर के राजपुर रोड में स्थित रिलायंस गोल्ड शोरूम में धावा बोला. दिन दहाड़े बंदूकों की नोक डकैतों ने 20 करोड़ से अधिक रुपए और जेवरात लूट लिए थे. बताया जा रहा हैं कि उत्तराखंड के इतिहास में ये सबसे बड़ी डकैती की घटना है.

बाइक पर थी यूपी की फर्जी नंबर प्लेट: घटना होने के बाद बदमाश फरार हुए तो पुलिस ने सभी थाना स्तर पर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया था. थाना सहसपुर क्षेत्र में चल रही चेकिंग के चलते बदमाशों ने थाना सहसपुर से पहले अपनी दोनों बाइक छोड़ दीं. जब पुलिस ने बाइक बरामद की तो बाइक पर यूपी की फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी. अब पुलिस बाइक के चेसिस नंबर से चेक करने का काम कर रही है.

डकैती के लिए महीनों की प्लानिंग: घटना की सूचना के बाद चैकिंग होने पर सहसपुर एरिया में बाइक छोड़ बदमाश पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाने की बात प्रकाश में आई है. साथ ही पुलिस की चेकपोस्ट पर मौजूदगी देखकर बदमाश कार भी छोड़ गए. तलाशी में गाड़ी के अंदर से विभिन्न प्रांतों की तीन नंबर प्लेट भी बरामद हुई हैं. बताया जा रहा है ये दोनों बाइकें गुड़गांव से हो महीने पहले चोरी हुई हैं. कार भी चोरी की प्रतीत हो रही. इसका इंजन और चेसिस नंबर घिस दिया गया. जिससे गाड़ी के बारे में जानकारी न मिल सके.अब तक के साक्ष्यों से पता चलता है कि इस पूरी घटना को अंजाम देने के लिए महीनों की प्लानिंग की जा रही थी.

देहरादून में 30 मिनट में 20 करोड़ की बड़ी लूट

देहरादून(उत्तराखंड): राजधानी देहरादून में 9 नवंबर को घटी उत्तराखंड की सबसे बड़ी डकैती की घटना ने पूरे पुलिस प्रशासन को हिला कर रख दिया है. राजधानी ने हुई इस लूट की घटना ने शातिर अंग्रेज सिंह की यादें ताजा कर दी है. साल 2005 और 2006 मे अंग्रेज सिंह का हरिद्वार, रुड़की, यूपी, दिल्ली में आतंक था. अंग्रेज सिंह अपने साथियों के साथ मिलकर लूट का बड़ी वारदातों को अंजाम देता था. अंग्रेज सिंह के कारनामों से पुलिस, ज्वैलर्स की नींदे हमेशा उड़ी रहती थी.

20 crore looted from jewelery show room
लूटकांड की जांच में जुटी पुलिस

शातिर डकैत था अंग्रेज सिंह : राजधानी देहरादून में दिनदहाड़े हुई इस घटना ने एक बार फिर से अंग्रेज सिंह की यादें ताजा कर दी हैं. साल 2005 और 2006 में अंग्रेज सिंह का उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली में आतंक था. अंग्रेज सिंह का गिरोह चंद मिनटों में ही बड़े से बड़े शोरूम का शटर कट कर लूट की घटना को अंजाम दे देता था. अंग्रेज सिंह के कारनामों की किसी को खबर तक नहीं लगती थी. ऐसी ही लगातार घटनाएं साल 2006 में हरिद्वार के रुड़की क्षेत्र में लगातार घटती रही. पुलिस को इनसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा था. पुलिस को लगातार अंग्रेज सिंह और उसका गिरोह चुनौती दे रहा था. पुलिस की टीमें भी लगातार न केवल उत्तराखंड बल्कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र में भी गिरोह के लोगों की तलाश में खाक छान रही थी. इसके बाद भी अंग्रेज सिंह पुलिस के हाथ नहीं लग रहा था.

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पुलिस की गिरफ्त में आकर फिर छूटा अंग्रेज सिंह: इस बीच अंग्रेज सिंह ने कई जगहों पर वारदातों को अंजाम दिया. जिससे शहर के सुनारों की नींदें उड़ी हुई थी. इस बीच हरिद्वार पुलिस ने उत्तर प्रदेश से अंग्रेज सिंह को गिरफ्तार कर लिया. हरिद्वार पुलिस को लगा अंग्रेज सिंह गिरफ्त में आ गया है. तब मौजूदा कप्तान अभिनव सिंह ने रुड़की गंगनहर थाने में अंग्रेज सिंह को मीडिया के सामने पेश किया. अंग्रेज सिंह ने मीडिया के सामने लूट की घटनाओं का पूरा डेमो करके दिखाया.

फिल्मी अंदाज में अंग्रेज सिंह को छुड़ा ले गये साथी: अंग्रेज सिंह ने पुलिस की गिरफ्त में ही मीडिया के सामने बयान दिया था कि वह ज्यादा दिनों तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं रहेगा. साल 2006 में कुछ ऐसा ही हुआ. हरिद्वार पुलिस जब हरिद्वार कोर्ट से अंग्रेज सिंह और उसके साथियों को रुड़की जेल ले जा रही थी तभी दिल्ली हरिद्वार नेशनल हाईवे पर पुलिस की गाड़ी पर फायरिंग हुई. फिल्मी अंदाज में अंग्रेज सिंह के साथियों ने न केवल अंग्रेज सिंह को छुड़ाया बल्कि पुलिस राइफल भी छीनकर अपने साथ ले गये. इस घटना के बाद हरिद्वार सहित आसपास के जनपदों में हड़कंप मच गया. इसके बाद हरिद्वार पुलिस ने तत्काल एक और रिपोर्ट अंग्रेज सिंह के नाम से दर्ज की.

पढ़ें- राष्ट्रपति के प्रोटोकॉल में लगी रही दून पुलिस, पुलिस मुख्यालय के पीछे ही बड़ी ज्वैलरी शॉप में डकैती, करोड़ों की लूट

पुलिस एनकाउंटर में हुआ अंग्रेज सिंह का खात्मा: उस वक्त के हरिद्वार कप्तान अभिनव कुमार ने बाकायदा मीडिया में स्टेटमेंट दिया. उन्होंने कहा अंग्रेज सिंह जल्द से जल्द उनकी गिरफ्त में होगा. पुलिस ने कई टीमे बनाकर अंग्रेज सिंह की गिरफ्तारी की कोशिशें तेज की. इसके कुछ दिन बाद ही हरिद्वार पुलिस ने उत्तर प्रदेश में अंग्रेज सिंह का एनकाउंटर कर दिया. इतना ही नहीं अंग्रेज सिंह को छुड़ाने वाले उसके साथियों को भी साल 2013 में 7 साल की सजा सुनाई गई है. जिन साथियों ने अंग्रेज सिंह को छुड़वाया था उनमें जरनैल सिंह, हरजेंद्र, सोनू, कृपाल सिंह, मुख्तियार,अंग्रेज सिंह की दो पत्नी वचन कौर और रतन कौर, राजा, मंगत, सोनू शामिल थे. इन सभी को गिरफ्तार किया गया.

पढ़ें-Watch: देहरादून में राष्ट्रपति के दौरे के दौरान हुई बड़ी डकैती, सामने आया सीसीटीवी फुटेज

अंग्रेज सिंह के खात्मे के बाद लोगों ने ली राहत की सांस: पुलिस की इस कार्रवाई के बाद न केवल रुड़की बल्कि आसपास के उत्तर प्रदेश के जनपदों में भी सुनारों की दुकान में शटर टूटने और लूटपाट की घटनाएं अचानक से कम हो गई. अंग्रेज सिंह के खात्मे के बाद इस क्षेत्र में ऐसी घटनाएं ना के बराबर हुई.

पढ़ें-देहरादून ज्वैलरी शोरूम डकैती मामले में पुलिस को मिले अहम सुराग, बिहार गैंग से जुड़ा कनेक्शन!

पुलिस के लिए चुनौती बनी दून की बड़ी डकैती: इतने सालों बाद अब राजधानी देहरादून में डकैती की बड़ी घटना हुआ है. जिसने सभी को हिला कर रख दिया है.देहरादून पुलिस ने इस घटनाक्रम को एक चुनौती की तरह लिया है. राजधानी देहरादून में यह घटना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दौरे के बीच घटी. हैरानी की बात यह है की यह घटना पुलिस मुख्यालय और सचिवालय से कुछ ही दूरी पर घटी. इसलिए चिंता और भी बढ़ जाती है. देहरादून में 30 मिनट में लुटेरों ने लगभग 20 करोड़ की डकैती को अंजाम दिया. जिसके बाद सभी फरार हो गये. अब पुलिस आरोपियों की धरपकड़ की कोशिशों में जुटी है.उम्मीद जताई जा रही है कि देहरादून पुलिस राजधानी के बीचो-बीच हुई इस सबसे बड़ी डकैती के अपराधियों को पड़कर न केवल एक नजीर पेश करेगी बल्कि भविष्य में भी इस बात का बेहद ध्यान रखेगी.

20 crore looted from jewelery show room
ताजा हुई डकैत अंग्रेज सिंह की यादें

अब तक मामले में क्या कुछ हुआ: 9 नवंबर 2023 को राज्य स्थापना दिवस के मौके पर जहां एक तरफ राष्ट्रपति की सुरक्षा में पूरा पुलिस महकमा जुटा हुआ था, वहीं दूसरी ओर इसी बात का फायदा उठाकर बिहार के कुख्यात गिरोह ने देहरादून शहर के राजपुर रोड में स्थित रिलायंस गोल्ड शोरूम में धावा बोला. दिन दहाड़े बंदूकों की नोक डकैतों ने 20 करोड़ से अधिक रुपए और जेवरात लूट लिए थे. बताया जा रहा हैं कि उत्तराखंड के इतिहास में ये सबसे बड़ी डकैती की घटना है.

बाइक पर थी यूपी की फर्जी नंबर प्लेट: घटना होने के बाद बदमाश फरार हुए तो पुलिस ने सभी थाना स्तर पर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया था. थाना सहसपुर क्षेत्र में चल रही चेकिंग के चलते बदमाशों ने थाना सहसपुर से पहले अपनी दोनों बाइक छोड़ दीं. जब पुलिस ने बाइक बरामद की तो बाइक पर यूपी की फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी. अब पुलिस बाइक के चेसिस नंबर से चेक करने का काम कर रही है.

डकैती के लिए महीनों की प्लानिंग: घटना की सूचना के बाद चैकिंग होने पर सहसपुर एरिया में बाइक छोड़ बदमाश पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाने की बात प्रकाश में आई है. साथ ही पुलिस की चेकपोस्ट पर मौजूदगी देखकर बदमाश कार भी छोड़ गए. तलाशी में गाड़ी के अंदर से विभिन्न प्रांतों की तीन नंबर प्लेट भी बरामद हुई हैं. बताया जा रहा है ये दोनों बाइकें गुड़गांव से हो महीने पहले चोरी हुई हैं. कार भी चोरी की प्रतीत हो रही. इसका इंजन और चेसिस नंबर घिस दिया गया. जिससे गाड़ी के बारे में जानकारी न मिल सके.अब तक के साक्ष्यों से पता चलता है कि इस पूरी घटना को अंजाम देने के लिए महीनों की प्लानिंग की जा रही थी.

Last Updated : Nov 10, 2023, 9:23 PM IST
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