देवप्रयाग (उत्तराखंड): हरियाणा के कृषि विभाग में सेवारत और चंडीगढ़ निवासी संयुक्त निदेशक जगराज डांडी (54) अपनी पत्नी नीता व बेटी के साथ बीते बुधवार को ऋषिकेश घूमने आए थे. यहां से बृहस्पतिवार को जगराज परिवार के साथ देवप्रयाग पहुंचे. अलकनंदा और भागीरथी के संगम तट पर स्नान करते हुए एक पत्थर पर डांडी ने जैसे ही पैर रखा, तो उनका पैर फिसल गया. वह गंगा के तेज बहाव में बह गए. यह मंजर देख पत्नी और बेटी जोर-जोर से चिल्लाने लगीं. पति को आंखों के सामने बहता देख नीता का रो-रोकर बुरा हाल है. बेटी घटना के बाद से ही सहमी हुई है.
एनडीआरएफ ने शुरू किया रेस्क्यू अभियान: संगम पर स्नान करने वाले लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. इसके बाद थाना देवप्रयाग पुलिस, जल पुलिस श्रीनगर, एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची और संयुक्त निदेशक जगराज डांडी की खोजबीन शुरू की. लेकिन देर रात तक जगराज का कोई पता नहीं चल पाया. देवप्रयाग के प्रभारी निरीक्षक देवराज शर्मा ने बताया कि देहरादून से एनडीआरएफ की एक 22 सदस्यीय टीम आ चुकी है. टीम ने आज शुक्रवार सुबह से सर्च अभियान शुरू कर दिया है.
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देवप्रयाग में है भागीरथी और अलकनंदा का संगम: देवप्रयाग में गंगोत्री से आने वाली भागीरथी और सतोपंथ से निकलकर बदरीनाथ होते हुए आने वाली अलकनंदा का संगम है. यहां इन दो नदियों के संगम से गंगा बनती हैं. यहां से इस नदी को गंगा कहा जाता है. यहां पर ढलान होने के कारण बहाव बहुत तेज है. अलकनंदा के मुकाबले भागीरथी ज्यादा बहाव के साथ संगम पर पहुंचती है. इसलिए यहां पर स्नान करते समय अतिरिक्त सावधानी की जरूरत होती है.