रामनगर (उत्तराखंड): विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में इस बार ग्लोबल टाइगर डे बनाया जाएगा. देश के सभी टाइगर रिज़र्व के अधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. हर वर्ष 29 जुलाई को बाघों के संरक्षण एवं संवर्धन और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व बाघ दिवस मनाया जाता है. वहीं इस बार कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व में ग्लोबल टाइगर डे बनाया जाएगा.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में आयोजित होगा ग्लोबल टाइगर डे: इसमें देश के टाइगर रिज़र्वों से अधिकारी और बाघों के संरक्षण में जुटे लोग शामिल होंगे. ये लोग बाघों के संरक्षण व संवर्धन पर बात करने के साथ ही मानव वन्यजीव घटनाओं और बाघों के कॉरिडोर्स आदि पर भी बात करेंगे. गौरतलब है कि देश में बाघों के संरक्षण के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से पहली बार 1 अप्रैल साल 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया गया था, जो आज भी काम कर रहा है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हैं 250 से ज्यादा बाघ: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पक्षियों की 500 से अधिक प्रजातियां, 110 प्रकार के पेड़ पौधे, करीब 200 प्रजातियों की तितलियां, 1200 से ज्यादा हाथी, 250 से अधिक बाघ, नदियां, पहाड़ शिवालिक रेंज आदि इसको दिलचस्प बनाती हैं. जिसके दीदार के लिए देश-विदेश से पर्यटक लाखों की संख्या में हर वर्ष कॉर्बेट पार्क पहुंचते हैं.
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ग्लोबल टाइगर डे पर होगा इवेंट: कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के निदेशक डॉ धीरज पांडे ने बताया कि इस वर्ष ग्लोबल टाइगर डे उच्च स्तर से कॉर्बेट टाइगर रिजर्व रामनगर में बनाए जाने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि इसको लेकर हमने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. डायरेक्टर ने बताया कि इसमें सभी टाइगर रिज़र्व के फील्ड डायरेक्टर, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन और अन्य उच्चाधिकारी प्रतिभाग करेंगे. इसके साथ ही बाघों के संरक्षण में लगी नेशनल और इंटरनेशनल संस्थाएं भी इसमें प्रतिभाग करेंगी. धीरज पांडे ने कहा कि कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के लिए ये खुशी की बात है कि जिस क्षेत्र में प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च हुआ, उस क्षेत्र को ग्लोबल टाइगर डे के सेलिब्रेशन के लिए चयनित किया गया है. उन्होंने कहा कि कॉर्बेट प्रशासन ग्लोबल टाइगर डे के दौरान एक अच्छा इवेंट प्रस्तुत करेगा.