उत्तरकाशी: गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट पर्यटकों के लिए खोल दिये गये. शनिवार को गंगोत्री से एक किलोमीटर गोमुख की ओर कन्खू बैरियर पर गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक आरएन पांडेय ने विधिवत रूप से पूजा अर्चना करने के बाद पार्क के गेट खोले. आज से पर्यटक गंगोत्री नेशनल पार्क में भ्रमण कर सकेंगे. पहले दिन चार पर्यटकों को नेलांग घाटी के लिए रवाना किया गया है.
गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट खुलने के बाद देश विदेश के पर्यटक, पर्वतारोही और मां गंगा का उद्गम स्थल को देखने वाले धार्मिक पर्यटक गंगोत्री नेशनल पार्क का भ्रमण कर सकेंगे. पार्क के गेट खुलने से सैलानियों तथा पर्यटन व्यवसाय से जुड़े ग्रामीणों में भी खुशी का माहौल है. पहले दिन पहले दिन गर्तांगली की सैर करने के लिए चार पर्यटकों का दल गया.
गंगोत्री नेशनल पार्क करीब 1800 मीटर से 7083 मीटर की ऊंचाई तक करीब 2390 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला है. इसमें गंगा का उद्गम गौमुख सहित गंगोत्री ग्लेशियर, डोकरानी ग्लेशियर में स्थित शिवलिंग, सतोपंथ जैसे गगनचुम्बी हिमशिखर हैं. बता दें हर साल बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक और पर्वतारोही गंगोत्री नेशनल पार्क में पहुंचते हैं. गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र स्थित गोमुख तपोवन ट्रैक, केदारताल, सुंदरवन, नंदनवन, वासुकीताल, जनकताल ट्रैक के साथ गरतांग गली, इसके साथ स्नो लेपर्ड और भरल जैसी दुर्लभ वन्यजीव प्रजातियों के लिए यह पार्क विश्व विख्यात है.
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गंगोत्री नेशनल पार्क के अंर्तगत ही विश्व का सबसे खतरनाक मार्ग गरतांग गली सहित भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटी खूबसूरत निलांग और जाडुंग घाटियां भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. इसके चलते पर्वतारोहियों व पर्यटकों को पार्क के गेट खुलने का बेसब्री से इंतजार रहता है. पार्क के उपनिदेशक आरएन पांडेय ने बताया कोरोना महामारी के बाद पिछले दो सालो में यहां देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. आगामी सीजन में पर्यटकों की संख्या और इजाफा होने की उम्मीद है. पहले दिन ही यहां चार पर्यटक पहुंचे हैं. जिन्हें नेलांग घाटी के लिए रवाना किया गया है.