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केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में बर्फबारी से खूबसूरत हुआ नजारा, देखें वीडियो - बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट

आखिरकार उत्तराखंड में मौसम मेहरबान हो गया है. विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में बर्फबारी शुरू हो गई है. जिससे दोनों धामों की खूबसूरती पर चार चांद लग गए हैं. इसके अलावा मद्महेश्वर, तुंगनाथ, कार्तिकेय धाम में भी बर्फबारी हो रही है.

Snowfall in Kedarnath
केदारनाथ में बर्फबारी.
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Published : Jan 11, 2023, 8:48 PM IST

केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में बर्फबारी.

रुद्रप्रयागः विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बर्फबारी शुरू हो गई है. बदरीनाथ धाम में भी बर्फ के फाहे गिर रहे हैं. साल 2023 की पहली बर्फबारी धाम में हो रही है. इसके अलावा द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के साथ ही क्रौंच पर्वत पर विराजमान भगवान कार्तिकेय के धाम में भी बर्फबारी हुई है, जबकि चोपता-तुंगनाथ में बर्फबारी होने की खबर सुनते ही सैलानियों ने रुख करना शुरू कर दिया है.

दरअसल, केदारनाथ धाम में साल 2023 की पहली बर्फबारी हुई है. बर्फबारी होने के बाद धाम में ठंड में इजाफा हो गया है. इसके अलावा धाम में चल रहे द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य भी प्रभावित हो गए हैं. केदारनाथ में लंबे समय बाद बर्फबारी हुई है. बीते सालों की बात करें तो इन दिनों केदारनाथ धाम पांच फीट से ज्यादा बर्फ से ढका रहता था, लेकिन इस बार धाम में ज्यादा बर्फबारी नहीं हुई है.

Snowfall in Kedarnath
केदारनाथ में बर्फबारी.

बर्फबारी नहीं होने का लाभ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों करने में मिला, लेकिन अब बर्फ गिरने के कारण धाम में चल रहे कार्य भी प्रभावित हो गए हैं और कार्यों में लगे मजदूर नीचे की ओर लौटने लगे हैं. फिलहाल, पूरी केदारनगरी ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है. केदार धाम पूरी तरह से कोहरे की चपेट में भी आ गया है.
ये भी पढ़ेंः देखी है कभी ऐसी आस्था! केदारनाथ में बर्फ के बीच साधु कर रहे तपस्या

केदारनाथ धाम में रह रहे ललित रामदास महाराज ने बताया कि केदारपुरी में नए साल की पहली बर्फबारी हुई है. इस बार धाम में खास बर्फ नहीं गिरी है, जिस कारण निर्माण कार्यों को भी करने में आसानी रही. उन्होंने बताया कि दिसंबर से लेकर अप्रैल माह तक केदारनाथ धाम में बर्फ जमी रहती है, लेकिन इस बार बर्फबारी काफी देर से हुई है. जिसका फायदा निर्माण कार्यों को करने में मिला है.

वहीं, धाम में ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लिया जा रहा है. उधर, दूसरी ओर बदरी विशाल के दर पर भी हिमपात जारी है. इसके अलावा द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में भी बर्फबारी हुई है. बर्फबारी होने से दोनों धामों की खूबसूरती में भी चार चांद लग गए हैं.

मिनी स्विट्जरलैंड चोपता से साढ़े तीन किमी का सफर तय करने के बाद तुंगनाथ धाम पहुंचा जाता है. ऐसे में सैलानियों ने बर्फबारी की खबर सुनते ही यहां का रुख करना शुरू कर दिया है. लंबे समय से सैलानी बर्फबारी होने का इंतजार कर रहे थे. वहीं, बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट आ गई है.

केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में बर्फबारी.

रुद्रप्रयागः विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बर्फबारी शुरू हो गई है. बदरीनाथ धाम में भी बर्फ के फाहे गिर रहे हैं. साल 2023 की पहली बर्फबारी धाम में हो रही है. इसके अलावा द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के साथ ही क्रौंच पर्वत पर विराजमान भगवान कार्तिकेय के धाम में भी बर्फबारी हुई है, जबकि चोपता-तुंगनाथ में बर्फबारी होने की खबर सुनते ही सैलानियों ने रुख करना शुरू कर दिया है.

दरअसल, केदारनाथ धाम में साल 2023 की पहली बर्फबारी हुई है. बर्फबारी होने के बाद धाम में ठंड में इजाफा हो गया है. इसके अलावा धाम में चल रहे द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य भी प्रभावित हो गए हैं. केदारनाथ में लंबे समय बाद बर्फबारी हुई है. बीते सालों की बात करें तो इन दिनों केदारनाथ धाम पांच फीट से ज्यादा बर्फ से ढका रहता था, लेकिन इस बार धाम में ज्यादा बर्फबारी नहीं हुई है.

Snowfall in Kedarnath
केदारनाथ में बर्फबारी.

बर्फबारी नहीं होने का लाभ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों करने में मिला, लेकिन अब बर्फ गिरने के कारण धाम में चल रहे कार्य भी प्रभावित हो गए हैं और कार्यों में लगे मजदूर नीचे की ओर लौटने लगे हैं. फिलहाल, पूरी केदारनगरी ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है. केदार धाम पूरी तरह से कोहरे की चपेट में भी आ गया है.
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केदारनाथ धाम में रह रहे ललित रामदास महाराज ने बताया कि केदारपुरी में नए साल की पहली बर्फबारी हुई है. इस बार धाम में खास बर्फ नहीं गिरी है, जिस कारण निर्माण कार्यों को भी करने में आसानी रही. उन्होंने बताया कि दिसंबर से लेकर अप्रैल माह तक केदारनाथ धाम में बर्फ जमी रहती है, लेकिन इस बार बर्फबारी काफी देर से हुई है. जिसका फायदा निर्माण कार्यों को करने में मिला है.

वहीं, धाम में ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लिया जा रहा है. उधर, दूसरी ओर बदरी विशाल के दर पर भी हिमपात जारी है. इसके अलावा द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में भी बर्फबारी हुई है. बर्फबारी होने से दोनों धामों की खूबसूरती में भी चार चांद लग गए हैं.

मिनी स्विट्जरलैंड चोपता से साढ़े तीन किमी का सफर तय करने के बाद तुंगनाथ धाम पहुंचा जाता है. ऐसे में सैलानियों ने बर्फबारी की खबर सुनते ही यहां का रुख करना शुरू कर दिया है. लंबे समय से सैलानी बर्फबारी होने का इंतजार कर रहे थे. वहीं, बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट आ गई है.

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