उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तराखंड की धरती आज दो बार भूकंप के झटकों से डोली है. पहले बागेश्वर में सुबह 10 बजकर 22 मिनट पर 2.5 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया तो अब उत्तरकाशी में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. जिससे लोग घबरा गए. हालांकि, अभी तक कहीं से जान माल के नुकसान की खबर नहीं है.
जानकारी के मुताबिक, उत्तरकाशी में शाम करीब 4 बजकर 56 मिनट पर भूकंप के झटके लगे. जिससे लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकले. घबराए लोगों ने रिश्तेदारों और परिचितों को फोन कर भी भूकंप के झटके महसूस होने की जानकारी दी. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की मानें तो भूकंप की तीव्रता 2.8 मैग्नीट्यूड थी. जिसकी गहराई धरती से 5 किलोमीटर नीचे थी.
जबकि, भूकंप का केंद्र अक्षांक्ष 30.9 डिग्री उत्तर और देशांतर 78.65.3 इस के बीच था. भूकंप के झटके उत्तरकाशी, जोशियाड़ा, ज्ञानसू समेत भटवाड़ी, डुंडा, चिन्यालीसौड़, पुरोला और मोरी के विभिन्न क्षेत्रों में महसूस किए गए. उधर, उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि भूकंप से जिले में कहीं भी किसी प्रकार की क्षति की सूचना नहीं है.
बता दें कि आज सुबह के समय बागेश्वर जिले में भी भूकंप आया था. यह भूकंप 10 बजकर 22 मिनट आया. जिसकी तीव्रता 2.5 मैग्नीट्यूड थी. इस भूकंप की गहराई भी धरती से 5 किलोमीटर नीचे थी. जिसकी वजह से कहीं पर भी कोई नुकसान नहीं हुआ.
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गौर हो कि भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड काफी संवेदनशील माना जाता है. क्योंकि, उत्तराखंड जोन 4 और 5 में आता है. जिसकी वजह से भूकंप का खतरा बढ़ जाता है. उत्तराखंड के अति संवेदनशील जोन 5 की बात करें इसमें रुद्रप्रयाग (अधिकांश भाग), बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले आते हैं. जबकि, उधम सिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी और अल्मोड़ा जोन 4 में आते हैं.
वहीं, देहरादून और टिहरी जिले दोनों जोन में आते हैं. अक्सर पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर जिले में अक्सर भूकंप आते रहते हैं. अतीत में कई बड़े भूकंप भी आ चुके हैं. जिसकी वजह से भारी जान माल का नुकसान भी हो चुका है. हालांकि, साल 2017 के बाद उत्तराखंड में कोई बड़ा भूकंप महसूस नहीं किया गया है.